Budget 2021: देश के शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह आम बजट की घोषणाओं से तय होगी और निवेशकों की निगाहें सप्ताह के आखिर में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले पर भी टिकी रहेंगी. अगले वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट सोमवार को संसद में पेश होगा. कोरोना काल में देश की आर्थिक सेहत खराब होने के बाद तीव्र सुधार के संकेत मिलने लगे हैं और आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष के दौरान देश की आर्थिक विकास दर 11 फीसदी से ज्यादा रहने का अनुमान लगाया गया है. हालांकि आर्थिक सर्वेक्षण के इस अनुमान के बाद भी बीते सप्ताह बाजार में गिरावट रही.
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पिछले हफ्ते भारी गिरावट के साथ बंद हुआ था शेयर बाजार
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 2,592.77 अंकों यानी 5.30 फीसदी की गिरावट के साथ 46,285.77 पर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सप्ताह के मुकाबले 737.30 अंकों यानी 5.13 फीसदी की गिरावट के साथ 13,634.60 पर बंद हुआ. इस महीने ऐतिहासिक उंचाई को छूने के बाद सेंसेक्स करीब 4,000 अंक टूटा है जबकि निफ्टी में 1,000 अंकों की गिरावट आई है.
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आम बजट से पहले बाजार में हावी रही भारी मुनाफावसूली
आम बजट से पहले बाजार में मुनाफावसूली हावी होने के कारण बिकवाली का भारी दबाव रहा और अब बजट की घोषणाओं से बाजार की दिशा तय होगी. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अगले वित्त वर्ष का आम बजट लोकसभा संसद में पेश करेंगी. निवेशक पहले से ही बजट के इंतजार के मूड में हैं क्योंकि कोरोना महामारी के संकट के बाद यह पहला बजट है और बताया जा रहा है कि यह बजट आर्थिक सुधार की बयार लाने की दिशा में गेम चेंजर साबित होगा. कारोबारी सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में लिए जाने वाले फैसले की घोषणा होगी. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की यह चालू वित्त वर्ष की यह आखिरी मौद्रिक समीक्षा बैठक होगी.
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इसके अलावा, सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों, ऑटो कंपनियों की बिक्री के आंकड़ों और चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों का भी असर घरेलू शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा. मार्किट मैन्युफैक्चरिंग के पीएमआई के जनवरी महीने के आंकड़े सोमवार को ही जारी होंगे जबकि सर्विस सेक्टर के पीएमआई के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे. वहीं, एक फरवरी से ही ऑटो कंपनियों की जनवरी महीने की बिक्री के आंकड़े जारी होने लगेंगे. देश के शेयर बाजार की चाल तय करने में घरेलू कारकों के साथ-साथ विदेशी संकेतों की भी अहम भूमिका रहेगी.