Business Idea: घर में अचार के लिए सिरका (Vinegar) बनाया और उसी से मुनाफे वाला एक बेहतरीन बिजनेस खड़ा हो गया. जी हां ये सच है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर मांचा गांव में रहने वाली शकुंतला देवी ने स्कूल का मुंह कभी नहीं देखा लेकिन उनके एक हुनर ने ऐसा कारनामा कर दिया कि आज उन्हें और उनके पति को दूर-दूर तक लोग जानते हैं. दरअसल, शकुंतला देवी सिरका बनाने में काफी हुनरमंद हैं और उसकी को आधार बनाकर उनके पति सभापति शुक्ल ने कारोबार शुरू किया और वह चल पड़ा. आज उनके प्रोडक्ट को आस-पास के जिलों में जाना जाता है.
यह भी पढ़ें: फ्रेंकलिन टेम्पलटन के 6 म्यूचुअल फंड स्कीम बंद होने से नहीं घबराएं निवेशक, AMFI ने दिया भरोसा
सिरका बनाने के सफर की कैसे हुई शुरुआत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शकुंतला देवी अपने सफर को याद करते हुए कहती हैं कि गन्ने का रस बच गया तो उन्होंने उसे 15-15 लीटर के दो डिब्बे में भरकर सिरका बनाकर रख दिया. उसमें से कुछ उन्होंने रिश्तेदारों में बांट दिया और कुछ बाजार में बेच दिया. उस समय मार्केट में उस सिरके के लिए उन्हें 150 रुपये से 200 रुपये के आस पास मिले थे. उनका कहना है कि उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसे इतना पसंद किया जाएगा. उन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर तैयार करना शुरू कर दिया. इसके अलावा सिरका बनाने में 10-12 मजदूरों की मदद भी ली जाती है.
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में प्रॉविडेंड फंड से पैसा निकालने जा रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ें, नहीं तो हो सकती है दिक्कत
सभापति शुक्ल का कहना है कि अगर उनकी पत्नी ने सिरका नहीं बनाया होता और अगर बाजार में इसकी बिक्री नहीं की होती तो इस बिजनेस का विचार नहीं आ पाता. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मांचा गाव को अब सिरका वाले गांव की वजह से जाना जाता है. उनके यहां से सालभर सिरका खरीदने वाले आते हैं. उनके यहां से खुला सिरका 30 रुपये लीटर और डिब्बाबंद सिरका 35 रुपये लीटर मिलता है.