केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Bharat Bond Exchange Traded Fund) की लॉन्चिंग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी जानकारी दी है. बता दें काफी समय से इंतजार किए जा रहे बॉन्ड आधारित ईटीएफ को सरकार ने लॉन्च करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
Finance Minister Nirmala Sitharaman: Cabinet has given approval for the launch of Bharat Bond Exchange Traded Fund pic.twitter.com/ISi8w6pTgp
— ANI (@ANI) December 4, 2019
यूनिट का पैसा सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी संगठनों के बांड में लगाया जाएगा
सरकार ने भारत बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) नाम से एक साझा निवेश कोष शुरू करने प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी जिसके यूनिटों में निवेश करने वालों का पैसा सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी संगठनों के बांड में लगाया जाएगा. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को यह निर्णय लिया. फिलहाल सरकार की ओर से इस समय संचालित ईटीफ में निवशकों का पैसा चुनिंदा सरकारी कंपनियों के शेयरों में लगाया जाता है. ऐसे कोष के यूनिट शेयरबाजारों में खरीदे बेचे जा सकते हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बांड ईटीएफ के निर्णय के बारे में कहा कि इस कोष के शुरू होने पर सरकारी कंपनियों तथा अन्य सरकारी संगठनों के लिए अतिरिक्त धन जुटाने में मदद मिलेगी.
भारत बांड ईटीएफ देश में पहला कॉरपोरेट बांड ईटीएफ होगा. उन्होंने कहा कि इस ईटीएफ में सरकारी कंपनियों या किसी सरकारी संगठन द्वारा जारी किये गये बांड होंगे और इनका शेयर बाजारों में कारोबार किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि इसकी एक यूनिट का अंकित मूल्य एक हजार रुपये रखा जाएगा ताकि इसमें छोटे निवेशक भी निवेश कर सकें. सीतारमण ने कहा कि हर ईटीएफ की परिक्वता तिथि होगी. अभी इनके लिये तीन साल और 10 साल की दो परिपक्वता श्रेणियां होंगी.
दुनियाभर में बॉन्ड ईटीएफ का AUM करीब एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में सभी प्रकार के ETF का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) कुल चार लाख करोड़ डॉलर के आस-पास है. वहीं इसका करीब एक चौथाई भाग करीब एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक का AUM सिर्फ बॉन्ड ईटीएफ (Bond ETF) का है. मौजूदा समय में भारत में जागरूकता और पारदर्शिता की कमी की वजह से लोगों की कॉर्पोरेट बॉन्ड में भागीदारी काफी कम है.
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इसके अलावा उसकी उपलब्धता की कमी जैसी समस्याएं भी इसके पीछे होने का एक बहुत बड़ा कारण है. बता दें कि बॉन्ड ईटीएफ इन सभी समस्याओं का समाधान करता है. जानकारों के मुताबिक भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड लॉन्च होने के बाद कॉर्पोरेट बांड बाजार में छोटे निवेशकों की भागीदारी बढ़ने का अनुमान है. (इनपुट भाषा)