बीजेपी नेता और पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और कैफे कॉफी डे (Cafe Coffee Day) के मालिक वीजी सिद्धार्थ (VG Siddhartha) लापता हो गए हैं. बताया जा रहा है कि 29 जुलाई को मंगलुरु आते समय बीच रास्ते में सिद्धार्थ शाम 6.30 बजे गाड़ी से उतरकर टहलने लगे. टहलते-टहलते वे दूर निकल गए और लापता हो गए. उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ जा रहा है. एसएम कृष्णा का पूरा परिवार परेशान है. सिद्धार्थ की खोजबीन के लिए कर्नाटक की पुलिस लगी हुई है. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने एसएम कृष्णा के आवास पर जाकर उन्हें ढांढस बंधाया और सिद्धार्थ की जल्द बरामदगी की उम्मीद जताई.
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1996 में शुरू हुई थी CCD
जुलाई 1996 में बेंग्लूरू के ब्रिगेड रोड से Cafe Coffee Day की शुरुआत हुई थी. बता दें कि कंपनी ने अपनी पहली कॉफी शॉप इंटरनेट कैफे के साथ खोली थी. गौरतलब है कि युवाओं को इंटरनेट के साथ कॉफी का कॉन्सेप्ट बहुत पसंद आया. CCD ने व्यवसायिक इंटरनेट के विस्तार के साथ अपने कॉफी के बिजनेस में ही रहने की रणनीति अपनाई. शुरुआती 5 वर्ष में कुछ ही स्टोर खोलने के बाद CCD आज देश की सबसे बड़ी कॉफी रिटेल चेन बन गई. मौजूदा समय में देशभर के 247 शहर में कैफे कॉफी डे के 1,758 कैफे है.
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150 साल से कॉफी की खेती से जुड़ा रहा है सिद्धार्थ का परिवार
वीजी सिद्धार्थ (VG Siddhartha) का परिवार 150 साल से कॉफी की खेती से जुड़ा रहा है. उनकी फैमिली के पास कॉफी के बागान थे. उनका परिवार इन बागानों में महंगी कॉफी उगाई जाती थी. गौरतलब है कि 90 के दशक में कॉफी मुख्य रूप से दक्षिण भारत में ही पाई जाती थी. इसके अलावा यह सिर्फ 5 स्टार होटल में ही मिलती थी. वीजी सिद्धार्थ ने आम लोगों तक इसकी पहुंच बनाने के लिए कैफे कॉफी डे की शुरुआत की.
वीजी सिद्धार्थ को उनके पिता ने सिर्फ 5 लाख रुपये कॉफी का बिजनेस शुरू करने के लिए दिए थे. पैसे देने के साथ ही उन्होंने सिद्धार्थ से कहा कि अगर वे इस बिजनेस में सफल नहीं हुए तो उन्हें पारिवारिक बिजनेस में वापस आना पड़ेगा. बता दें कि मौजूदा समय में Cafe Coffee Day की नेटवर्थ 4,067 करोड़ रुपये से ज्यादा है.