Advertisment

CAIT ने ई-कॉमर्स कंपनियों पर FDI नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया

कैट ने प्रधानमंत्री से ऐसी ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का आदेश देने का आग्रह किया है. इसके साथ ही कैट ने देश में ई-कॉमर्स कारोबार की निगरानी और नियमन के लिए एक अधिकार प्राप्त नियामकीय प्राधिकरण के गठन की मांग की है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
Confederation of All India Traders-CAIT

Confederation of All India Traders-CAIT( Photo Credit : IANS )

Advertisment

व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders-CAIT) ने ई-कॉमर्स कंपनियों (E Commerce Companies) पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. कैट ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है. पत्र में कहा गया है कि देशभर के व्यापारी केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत ई-कॉमर्स व्यापार को अपनाने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा एफडीआई नीति और अन्य कानूनों व नियमों का बार-बार उल्लंघन 'डिजिटल कॉमर्स' को अपनाने में एक प्रमुख अवरोधक साबित हो रहा है. 

यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने सरकारी बीमा कंपनियों के खर्चों को लेकर दिया ये बड़ा बयान

ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का आदेश देने का आग्रह
कैट ने प्रधानमंत्री से ऐसी ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का आदेश देने का आग्रह किया है. इसके साथ ही कैट ने देश में ई-कॉमर्स कारोबार की निगरानी और नियमन के लिए एक अधिकार प्राप्त नियामकीय प्राधिकरण के गठन की मांग की है. कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि विभिन्न विभाग सरकार की नीति और कानून का पालन करवाने में सफल नहीं हो पाए हैं. 

यह भी पढ़ें: RBI Credit Policy 2020: लगातार तीसरी बार ब्याज दरों को स्थिर रख सकता है RBI

उन्होंने कहा कि भारत में ई-कॉमर्स व्यापार को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक ई-कॉमर्स नीति की शीघ्र घोषणा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि एफडीआई नीति के प्रेस नोट संख्या 2 की विसंगतियों और असमानताओं को हटाते हुए सरकार की नीति को स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हुए एक नया प्रेस नोट जारी किया जाना चाहिए.

FDI CAIT The Confederation of All India Traders E- Commerce Companies Confederation of All India Traders प्रवीण खंडेलवाल
Advertisment
Advertisment