Goldman Sachs: पिछले कुछ दिनों से यस बैंक के शेयर शेयर मार्केट में अच्छा परफॉर्म कर रही है. यस बैंक के शेयरों में पिछले 3 महीने से तेजी के साथ ऊपर जा रहा है. वर्तमान समय में ये 32.85 रुपए तक जा पहुंचा है. वहीं ये 3 महीने पहले 17 रुपए के आसपास दिखाई दे रहा था. देखा जाए तो शेयर के दाम लगभग दोगुने हो चुके हैं. शेयर के रेट बढ़ने से निवेशकों में खुशी की लहर दिखाई दे रही है. लेकिन इसी बीच कंपनी के लिए बुरी खबर सामने आई है. अमेरिकी फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) का बड़ा बयान सामने आया है.
यस बैंक के शेयरों के अच्छे परफॉर्मेंस से निवेशकों की चांदी हो गई है. उनका पैसा लगातार बढ़ रहा है. पिछले 3 महीनों में यस बैंक के शेयर बढ़कर 32.85 रुपए पर पहुंच गया है. लेकिन अब अमेरिकी फर्म गोल्डमैन सैक्स ने यस बैंक को बड़ा झटका दिया है. गोल्डमैन ने शेयर होल्डर्स से अपील की है कि वो जल्द ही कंपनी के शेयर बेच दे. गोल्डमैन सैक्स ने यस बैंक के शेयर की रेटिंग कम कर सेल घोषित कर दिया है. इसके साथ ही कहा है कि ये शेयर गिरकर 16 रुपए तक जाएगा.
पिछले 6 महीने में 57 प्रतिशत रिटर्न
अमेरिकी फर्म के द्वारा जारी रिपोर्ट के बाद शुक्रवार 23 फरवरी को कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिला है. कंपनी के शयरों में 1.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जिसके बाद ये 26.70 रुपए पर बिजनेस कर रहा है. आपको बता दें कि पिछले 6 महीनों में यस बैंक के शेयरों ने लगभग 57 प्रतिशत वहीं एक साल में ये 63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इससे निवशकों को काफी मुनाफा हुआ है.
SBI की रेंटिंग में बदलाव
गोल्डमैन सैक्स ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक के बारे में भी रिपोर्ट दी है. अमेरिकी फर्म ने एसबीआई की रेटिंग में बदलाव किया है इसे 'Buy' से नेगेटिव कर 'Neutral' कर दिया है. वहीं अमेरिकी फर्म ने देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक को लेकर पॉजिटिव अप्रोच अपनाया है. फर्म ने कहा है कि निवेशक HDFC BANK के शेयरों की खरीद जारी रखें. गोल्डमैन सैक्स ने इसके अलावा कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, इंडसंइंड बैंक और बंधन बैंक की रेटिंग भी 'Buy' पर जारी रखा है.
कमाई में गिरावट
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि एसबीआई के शेयरों की कीमत 741 रुपए तक जाएगी. वहीं आईसीआईसीआई बैंक के लिए 1068 रुपए रखा है. वहीं एचडीएफसी बैंक के लिए ये टारगेट 1915 रुपए कर दिया है. अमेरिकी फर्म ने बैंकों के मुनाफे में फाइनेंसियल ईयर 2025 में 5 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष के लिए 2 प्रतिशत की कमी की है.
Source : News Nation Bureau