दुनिया भर में सबसे सस्ता सामान एक्सपोर्ट करने वाली चीनी कंपनियों ने अब दाम बढ़ाने का विचार कर लिया है। चीन में बढ़ रही मजदूरी की वजह से कीमतों में बढ़ोतरी की जा सकती है। चीनी कंपनियों में मशीनों की संख्या बढ़ने से मजदूरों की ज़रूरत भी घटाई जा रही है। मांग में कमी भी ये दाम बढ़ाने की वजह बन रही है।
इस साल सितम्बर महीने में उत्पादन लागत में बढ़ोतरी की वजह से पहली बार चीनी कंपनियां ऐसा कदम उठा रही हैं। कंपनियों मजदूरों की संख्या भी कम कर रही हैं। अगर चीजों के दाम मे बढ़ते हैं तो यूएस, जापान, उत्तरी कोरिया और मैक्सिको को सबसे ज्यादा फर्क पड़ेगा। चीन इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू प्रॉडक्ट्स का सबसे बड़ा निर्माता है।
भारत में इन दिनों चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है। लेकिन भारत चीनी सामान आयात करने वाले बड़ें देशों में से एक है। दामों के बढ़ने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। दामों के बढ़ने से दुनिया के दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था पर इसका असर पड़ेगा। इससे पहले साल 2011 में चीनी कंपनियों ने दाम बढ़ाए थे।
Source : News Nation Bureau