चीनी मोबाइल कंपनियां और भारतीय मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियों के साथ मिलकर आईसीए 22 अक्टूबर को 3 दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगी। इस आयोजन में करीब 20 कंपनियां हिस्सा ले रही है जिसमें संभावना है कि इसमें से अधिकांश कंपनी भारत में अपना मोबाइल फोन निर्माण करने के लिए तैयार हो जाएंगी।
आईसीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू के मुताबिक इस आयोजन में चीनी कंपनियों ने भारतीय बाजार को देखते हुए भारत में अपने उत्पादों को बनाने में रुचि दिखाई है। इनके सहयोगी कंपनी पहले ही भारत में अपने उत्पाद बना रही है।
पंकज मोहिंद्रू का कहना है कि सरकार की नई टैक्स नीति से देश में इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद निर्माता प्रोत्साहित हुए हैं और मुख्य तौर पर मोबाइल फोन के उत्पाद में तेजी से बढ़ोतरी होगी।
मोबाइल फोन के निर्माण में 2014-15 के मुकाबले 2015-16 में करीब 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इंडियन सेल्यूलियर एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक मोबाइल निर्माण में 90 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और साल 2014-15 में भारतीय बाजार में करीब 110 मिलियन मोबाइल फोन बिके हैं।
शिखर सम्मेलन का आयोजन भारतीय सेल्यूलर एसोसिएशन और चाइनीज कंपनी शोजिबाओ मिलकर कर रही है। आईसीए का कहना है कि हम पीएम मोदी के मेक इन इंडिया मिशन से हम इसे जोड़ना चाहते हैं ताकि भारत विश्व स्तर पर ग्लोबल मैन्यूफैक्चर की भूमिका निभा सके। गौरतलब है कि वीवो, हुवाई, श्योमी, पेगाट्रोन जैसी चाइनीज कंपनियां पहले से ही भारत में मोबाइल फोन बना रही है।
Source : News Nation Bureau