कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट के बीच घरेलू इस्पात कंपनियां (Domestic Steel Companies) अपना उत्पान घटा सकती हैं. इसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों की कंपनियां शामिल हैं. निजी क्षेत्र की जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) पहले ही अपने संयंत्रों में उत्पादन घटाने का निर्णय कर चुकी है. इस्पात उद्योग (Steel Industry) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि टाटा स्टील, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, आर्सेलर मित्तल, निप्पॉन स्टील इंडिया के साथ स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) और राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल-RINL) उत्पादन कटौती पर विचार कर रही हैं.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार ने खोला खजाना, गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर, जानें 10 points
लॉकडाउन से कच्चे माल की आपूर्ति प्रभावित
उन्होंने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) से इस्पात विनिर्माण में लगने वाले कच्चे माल की आपूर्ति प्रभावित हुई है. उद्योग से जुड़े कर्मचारियों को अपने कार्यालय पहुंचने में दिक्कत आ रही है. इसलिए उत्पादन कटौती पर विचार किया जा रहा है. सूत्रों ने कहा कि सिर्फ भंडार भरने के लिए उत्पादन करने का कोई मतलब नहीं है. विनिर्माता जब तक उत्पादन करते रहेंगे तब तक उत्पाद का ढेर लगता रहेगा. वह भट्ठियों को बंद नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनका लगातार काम करते रहना जरूरी है। लेकिन वह उत्पादन को घटा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: गरीबों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज, वित्त मंत्री का ऐलान
इस्पात कारखानों में लगी भट्ठियां 30 मीटर ऊंची होती हैं जो विशेष तरह की ईंटो से बनी होती हैं. इसका तापमान 2,000 डिग्री सेल्सियस तक होता है. यदि इन्हें एक बार बंद कर दिया गया तो इन्हें दोबारा गर्म करने में महीनों का वक्त लगता है.