Covid-19 Pandemic: प्रॉपइक्विटी के आंकड़ों के अनुसार, 2021 की पहली तिमाही में भारत के शीर्ष सात शहरों में बड़े आकार की आवासीय इकाइयों (3 बीएचके और ऊपर) की बिक्री 19 प्रतिशत बढ़ गई है. इस दौरान 30,169 घर बिके हैं. पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान कुल 25,307 बड़े आकार की इकाइयों की बिक्री हुई थी. प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कई कामकाजी आबादी अब बड़े घरों की तलाश कर रही है क्योंकि वर्क फ्रॉम होम (WFH) अभी भी कॉरपोरेट्स के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा एक अनुशंसित सुझाव है. आवास इकाइयों की नई आपूर्ति या लॉन्च इसी अवधि में 30 प्रतिशत घट गई. क्योंकि डेवलपर्स पहले के स्टॉक को निकाल रहे थे और घर के आकार बदल रहे थे.
यह भी पढ़ें: कोरोना तो है ही महंगाई ने भी किया जीना दुश्वार, बढ़ गई इतनी कीमतें
बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर ), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर ) और पुणे ऐसे शहर हैं जहां घरेलू बिक्री में 2020 की तुलना में 2021 में क्रमश: 10 प्रतिशत, 43 प्रतिशत, 14 प्रतिशत, 54 प्रतिशत, 13 प्रतिशत और 34 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. इसी अवधि के दौरान केवल कोलकाता में घरेलू बिक्री में 12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. प्रॉपइक्विटी के संस्थपक और प्रबंध निदेशक समीर जसुजा ने कहा कि बड़े घर खरीदने की यह प्रवृत्ति भारत में जारी रहेगी क्योंकि पात्र भारतीय आबादी का पूर्ण टीकाकरण अभी भी कुछ समय दूर है. तीसरी लहर की भी उम्मीद है, जिसका प्रभावी रूप से मतलब है कि वर्क फ्रॉम होम यहां रहने वाला है.
यह भी पढ़ें: कोविड संकट: EPFO ने अंशधारकों की मदद के लिए किया ये बड़ा ऐलान
अंकुश कौल, प्रेसिडेंट (सेल्स एंड मार्केटिंग), एंबिएंस ग्रुप ने कहा होम कल्चर एक न्यू नॉर्मल है और साथ ही, इसने बड़े घरों की मांग को बढ़ाया है. पिछले साल कोविड और पहले लॉकडाउन के बाद, लोग स्कूली शिक्षा के लिए बड़े घर चाहते थे, क्योंकि घर से उनके बच्चों को माता-पिता के लिए काम करने की जगह के साथ-साथ एक समर्पित स्थान की आवश्यकता थी. - इनपुट आईएएनएस
HIGHLIGHTS
- आवास इकाइयों की नई आपूर्ति या लॉन्च इसी अवधि में 30 प्रतिशत घट गई
- शीर्ष सात शहरों में बड़े आकार की आवासीय इकाइयों की बिक्री 19 प्रतिशत बढ़ी