Advertisment

सायरस का लेटर बम, कहा-रतन टाटा हर काम में देते थे दख़ल

सायरस ने इस मेल में रतन टाटा पर लगातार हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाया है।

author-image
ashish bhardwaj
एडिट
New Update
सायरस का लेटर बम, कहा-रतन टाटा हर काम में देते थे दख़ल

फाइल फोटो

Advertisment

टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाये जाने के बाद सायरस मिस्त्री ने कंपनी की बोर्ड को किये एक मेल में हैरत जताते हुए लिखा है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि उनके हटाये जाने की वजह कमज़ोर प्रदर्शन है सायरस ने इस मेल में रतन टाटा पर लगातार हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाया है सायरस ने लिखा है कि कि लगातार बाहरी हस्तक्षेप की वजह से निर्णय प्रक्रिया कमज़ोर हो गई थी और सत्ता के कई केंद्र उभर गए थे। 

ये भी पढ़ें: सायरस मिस्री ने एयर एशिया इंडिया में 22 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन का लगाया आरोप

सायरस ने लिखा है कि 24 अक्टूबर को बोर्ड मीटिंग में जो कुछ भी हुआ, उन्हें इसका यकीन नहीं हो रहा था उन्हें छोटी सी सफाई भी देने का भी मौक़ा नहीं दिया गया ये ना सिर्फ गलत और गैरकानूनी था बल्कि बोर्ड के निदेशक अपने सम्मान के मुताबिक़ भी पेश नहीं आये। 

ये भी पढ़ें: सायरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद से टाटा को लगा 18 अरब डॉलर का घाटा

सायरस ने कहा कि दिसम्बर 2012 में जब उन्हें चेयरमैन बनाया गया था तो यह कहा गया था कि उन्हें काम करने की पूरी आज़ादी होगी लेकिन दरअसल ऐसा हुआ नहीं उसी वक़्त Articles of Association में बदलाव किये गए, जिस वजह से टाटा संस और टाटा के पारिवारिक ट्रस्टों का आपसी संबंध बदल गया। 

Source : News Nation Bureau

Ratan tata TATA SONS Cyrus Mistry tata trusts
Advertisment
Advertisment
Advertisment