ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पेटीएम मॉल अपने गोदामों (warehouses) को बंद करने जा रहा है. इसके बदले वो अब हाइपरलोकल मॉडल को अपनाएगा, जो कि ई-कॉमर्स के मानकों में एफडीआई के अनुपालन में मदद करेगी. इसके साथ ही लॉजिस्टिक से जुड़ी लागत को कम करेगा. साथ ही यह कई मोर्चों पर भारत के तीसरे सबसे बड़े ई-रिटेलर की मदद करेगा. इसकी मदद से गोदामों में लगने वाली लागत काफी कम हो जाएगी. वहीं कंपनी को खुद के गोदामों को चलाने और संचालित करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. विक्रेता इस प्लेटफॉर्म पर स्थानीय कुरियर सेवाओं का इस्तेमाल करेंगे, जिससे डिलीवरी में लगने वाले समय और लागत में कमी आएगी.
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पेटीएम मॉल के सीनियर वीपी और सीएफओ रुद्र डालमिया ने इस बारें में बताया, 'विक्रेताओं की आनी वाली लागत कम हो जाएगी क्योंकि इनमें से ज्यादातर विक्रेत पहले से ही पेटीएम के जरीए लेनदेन स्वीकार कर रहे थे.'
बता दें कि अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी ईबे (eBay) ने पेटीएम मॉल में निवेश किया है. उसने पेटीएम मॉल में 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी ली है. इसके बाद कंपनी का मूल्य 165 मिलियन डॉलर का हो गया है.