Fake reviews on e commerce: अगर आप भी ऑनलाइन खरीददारी करने के बाद अपना रिव्यू वेबसाइट पर पोस्ट करते हैं तो शतर्क हो जाइए. जरा सी भूल आपके लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है. दरअसल अब सरकार फेक रिव्यू पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है. ऑनलाइन ई- कॉमर्स वेबसाइट्स पर अगर कोई भी शख्स कंपनी की साख खराब करने की इरादतन कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे. इसके लिए बहुत जल्द उपभोक्ता मामले का मंत्रालय और एडवरटाइजिंग स्टैंटर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) साथ मिलकर नियम बनाने जा रहे हैं. फेक रिव्यू लिखने वालों को भी खोजना एक मुश्किल काम होगा जिसके लिए मैकेनिज्म पर काम हो रहा है.
ताकि ग्राहक ना हों भ्रमित
जाहिर है एक फेक रिव्यू से साइट्स विजिट करने वाले दूसरे नए ग्राहकों पर इसका नेगेटिव प्रभाव पड़ता है. बैक टू बैक किसी सेवा या वस्तु के लिए फेक रिव्यू लिखे जाएं तो ग्राहक उस सामान को खरीदता ही नहीं है.
ऐसे में कंपनी के लिए सही होने पर भी माल को बेच पाना एक बड़ी चुनौती बन जाती है. क्योंकि एक ग्राहक दूसरे ग्राहक की ही बात सुनना चाहेगा और उसी पर यकीन करेगा.
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मानक सिद्धांत बनाए जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय सरकार इस पर रोक लगाने के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया (Standard operating procedure) लेकर आएगी. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने ई-कॉमर्स (E-Commerce) कंपनियों के साथ इसके लिए बैठक की है. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इस संबंध में कोई एसओपी है या नहीं, वहीं इस पर भी विचार किया जाएगा कि इस गतिविधी पर रोक लगाने के लिए किस तरह के मानदंड स्थापित किये जाएं. इसके लिए बैठक में शामिल सभी लोगों से भी सलाह ली जाएगी.
HIGHLIGHTS
- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव ने की बैठक
- गतिविधी पर रोक लगाने के लिए मानदंड स्थापित होंगे