Advertisment

किसानों के आंदोलन से रोजाना 3,500 करोड़ रुपये का नुकसान: ASSOCHAM

एसोचैम ने केंद्र और किसान संगठनों से नए कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को जल्द दूर करने का आग्रह किया है. उद्योग मंडल के मोटे-मोटे अनुमान के अनुसार किसानों के आंदोलन की वजह से क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला और परिवहन प्रभावित हुआ है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
Farmers Protest LIVE Updates

Farmers Protest LIVE Updates( Photo Credit : newsnation)

Advertisment

Farmers Protest LIVE Updates: उद्योग मंडल एसोचैम (ASSOCHAM) ने कहा है कि किसानों के आंदोलन की वजह से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को ‘बड़ी चोट’ पहुंच रही है. एसोचैम ने केंद्र और किसान संगठनों से नए कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को जल्द दूर करने का आग्रह किया है. उद्योग मंडल के मोटे-मोटे अनुमान के अनुसार किसानों के आंदोलन की वजह से क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला और परिवहन प्रभावित हुआ है, जिससे रोजाना 3,000-3,500 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. 

यह भी पढ़ें: RBI ने अब इस बैंक पर लगा दिया 50 लाख रुपये का जुर्माना, जानिए क्या है मामला

एसोचैम के अध्यक्ष निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, हिमाचाल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्थाओं का सामूहिक आकार करीब 18 लाख करोड़ रुपये है. किसानों के विरोध-प्रदर्शन, सड़क, टोल प्लाजा और रेल सेवाएं बंद होने से आर्थिक गतिविधियां ठहर गई हैं. इससे पहले भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने सोमवार को कहा था कि किसान आंदोलन की वजह से आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई. आगामी दिनों में अर्थव्यवस्था पर इसका असर दिखेगा. 

यह भी पढ़ें: Union Budget: बजट में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर खर्च करने पर होगा जोर

इससे अर्थव्यवस्था का पुनरोद्धार भी प्रभावित हो सकता है. हीरानंदानी ने कहा कि कपड़ा, वाहन कलपुर्जा, साइकिल, खेल का सामान जैसे उद्योग क्रिसमस से पहले अपने निर्यात ऑर्डरों को पूरा नहीं कर पाएंगे जिससे वैश्विक कंपनियों के बीच उनकी छवि प्रभावित होगी.

farmers-protest farmers-protest-delhi latest-farmers-protest-news farmers-protest-2020 burari-farmers-protest किसान आंदोलन कृषि कानून दिल्ली किसान प्रदर्शन Assocham
Advertisment
Advertisment