वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शुक्रवार को देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी (LIC) के मेगा आईपीओ (IPO) को लेकर अपना बयान दिया है. उन्होंने शुक्रवार को साफ किया कि एलआईसी का आईपीओ इसी वित्त वर्ष में आएगा यानी यह आईपीओ मार्च से पहले बाजार में दस्तक दे सकता है. इसे लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें वित्त मंत्री ने इसमें हिस्सा लिया. बैठक के बाद एक अधिकारी ने कहा कि इस बैठक में हमने LIC के प्रस्तावित आईपीओ के टाइमलाइन पर चर्चा की. साथ ही इस बात पर भी चर्चा की गई कि इसे लेकर क्या-क्या कठिनाई और चुनौतियां सामने आ रही हैं. इस बैठक में सीतारमण ने इन मुद्दे पर दीपम के सचिव तुहीन कांत पांडे और एलआईसी मैनेजमेंट के साथ विस्तृत चर्चा की.
1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
सरकार ने इस वित्त वर्ष में विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में एलआईसी का आईपीओ सबसे अहम माना जा रहा है. हालांकि सरकार ने इस वित्त वर्ष के दौरान भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) जैसी कई कंपनियों की बिक्री की योजना बनाई थी, लेकिन फिलहाल इस वित्तीय वर्ष में इसकी बिक्री करने की संभावना नहीं के बराबर है.
आईपीओ को लेकर बाजार में शंका
एलआईसी का आईपीओ देश का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू होगा. सरकार का दावा है कि यह मार्च से पहले आ जाएगा, लेकिन बाजार में इस दावे को लेकर शंका है. हालांकि इसके कई कारण हैं. सरकार को इससे जुड़े कई पहलुओं पर स्थिति साफ करनी है. इसमें सरप्लस या प्रॉफिट का हिस्सा भी शामिल है जिसे शेयरहोल्डर्स को ट्रांसफर किया जाना है.
HIGHLIGHTS
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एक बैठक के दौरान की बात
- सीतारमण ने दीपम के सचिव और एलआईसी मैनेजमेंट के साथ विस्तृत चर्चा की
- मार्च से पहले बाजार में दस्तक दे सकता है एलआईसी का आईपीओ