एसोचौम ने मांग की है कि सरकार बायो फर्टिलाइज़र, बायो पेस्टीसाइड और ऑर्गेनिक खाद पर लगाए गए 18 फीसदी जीएसटी के फैसले की समीक्षा करे।
वित्तमंत्री को लिखे गए एक पत्र में एसोचैम ने आशंका जताई है कि बायो फर्टिलाइज़र, बायो पेस्टीसाइड और ऑर्गेनिक खाद पर ज्यादा जीएसटी दर रखने से रासायनिक खादों का इस्तेमाल बढ़ सकता है।
एसोचौम ने पत्र में कहा है, ' इस क्षेत्र में ज्यादा जीएसटी की दर रखने से रासायनिक खादों का इस्तेमाल बढ़ जाएगा। जिसके कारण ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन ज्यादा होगा और जनता के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा।'
एसोचैम ने कहा है कि जीएसटी की दर ज्यादा होने प्रधानमंत्री मोदी की सोच के विपरीत असर दिखाई देगा। पत्र में कहा है कि इसका असर नमामि गंगे, स्वाइल हेल्थ कार्ड, स्वच्छ भारत और दूसरी सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं असर पड़ सकता है।
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जीएसटी लागू किये जाने से पहले बायो फर्टिलाइज़र और बायो पेस्टीसाइड्स को 5-6 फीसदी के दायरे में रखा गया था। इन्हें एक्साइस टैक्स जैसी दूसरे टैक्स से बबाहर रखा गया था।
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Source : News Nation Bureau