Auto Sector Crisis: ऑटो सेक्टर में मंदी का असर हरतरफ देखने को मिल रहा है. मंदी की मार को देखते हुए हिंदुजा समूह (Hinduja Group) की कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) ने भी अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती की घोषणा की है. कंपनी ने इसके लिए कार्यकारी स्तर के कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने (VRS & ESS) का ऑफर दिया है. बता दें कि कंपनी के कर्मचारी पहले ही बोनस बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के कर्मचारी यूनियन का कहना है कि यूनियन हड़ताल जारी रखे हुए है. मैनेजमेंट ने सोमवार तक फैक्टरी में काम बंद किया था. यूनियन का कहना है कि समाधान नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी. वहीं यूनियन में बोनस में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की मांग की है. दूसरी ओर मैनेजमेंट बोनस में 5 फीसदी की बढ़ोतरी के लिए तैयार है. समूह ने कर्मचारियों को नोटिस जारी करके स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) और कर्मचारी अलगाव योजना (ESS) का ऑफर दिया है.
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ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां जाने का खतरा
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (Society of Indian Automobile Manufacturers-SIAM) के मुताबिक, ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां जाने का खतरा बढ़ गया है. सियाम (SIAM) का कहना है कि स्थिति नहीं सुधरने पर और भी नौकरियां जा सकती हैं. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) का दावा है कि तीन महीने (मई से जुलाई) में खुदरा विक्रेताओं ने करीब 2 लाख कर्मचारियों की छंटनी की है.
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FADA का मानना है कि निकट भविष्य में स्थिति में सुधार की संभावना नहीं है. भविष्य में छंटनी के साथ ही और भी शोरूम बंद हो सकते हैं. FADA के मुताबिक 18 महीने देश में 271 शहरों में 286 शोरूम बंद हो चुके हैं. इसकी वजह से 32 हजार लोगों की नौकरी चली गई थी. 2 लाख नौकरियों की छंटनी इसके अतिरिक्त है.