Stock Market : उथल-पुथल भरे बाजार में 2018 के दौरान शेयर बाजार निवेशकों ने 7.25 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति गंवाई है. यह संपत्ति बाजार में सूचीबद्ध सभी कंपनियों के पूंजीकरण में कम हुई है. आलोच्य वर्ष के दौरान बंबई शेयर बाजार (BSE) में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,25,401.31 करोड़ रुपए कम होकर 1,44,48,465.69 करोड़ रुपए रह गया.
हालांकि, यदि बीएसई सेंसेक्स (SENSEX) की बात की जाए तो यह इस दौरान 2,011.50 अंक यानी 5.90 प्रतिशत मजबूत हुआ. साल के दौरान सेंसेक्स 29 अगस्त को 38,989.65 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा. हालांकि, इसके बाद सेंसेक्स (SENSEX) 2,921.32 अंक यानी 7.50 प्रतिशत गिरकर 36,068.33 अंक पर आ गया. एमके वेल्थ मैनेजमेंट के शोध प्रमुख जोसेफ थॉमस ने कहा, 'साल के अंतिम दिन गिरावट में बंद होने के विपरीत सेंसेक्स ने कैलेंडर वर्ष 2018 को तेजी के साथ समाप्त किया.'
साल के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर 2018 को सेंसेक्स (SENSEX) 8.39 अंक गिरकर 36,068.33 अंक पर बंद हुआ. कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक तथा घरेलू दोनों कारकों के कारण शेयर बाजार के लिये साल का बाद का हिस्सा चुनौतीपूर्ण रहा. थॉमस ने कहा, '2019 में आसन्न लोकसभा चुनाव के कारण बाजार पर त्वरित असर हो सकता है लेकिन वृहद संदर्भों में फेडरल रिजर्व तथा रिजर्व बैंक की ब्याज दर नीति, कच्चे तेल के भाव, अमेरिका-चीन के जारी व्यापारिक तनाव की दिशा तथा ब्रेक्जिट आदि ही मुख्य तौर पर बाजार की दिशा तय करेंगे.'
सेंसेक्स (SENSEX) की 30 कंपनियों में से 15 के शेयरों में साल के दौरान गिरावट रही. भारती एयरटेल को सर्वाधिक नुकसान हुआ. एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प और एनटीपीसी नुकसान में रहने वाली अन्य बड़ी कंपनियां रहीं. बीएसई की कुल कंपनियों में साल के दौरान 1503 के शेयर बढ़त में, 1105 के शेयर गिरावट में तथा 192 के शेयर अपरिवर्तित रहे.
Source : PTI