बिजनेस करने के लिए पैसा नहीं केवल दिमाग की जरूरत है...क्या आप इस बात से सहमत हैं. अगर नहीं तो आज हम आपको बताते हैं कि कैसे बिना पैसे के भी बिजनेस किया जा सकता है. किसी ने क्या खूब कहा कि हर कोई हर काम नहीं कर सकता, लेकिन हर कोई व्यक्ति कोई न कोई काम अवश्य कर सकता है. बस जरूरत है तो अपनी आत्मशक्ति को जगाने की. इसलिए आज मैं आपको एक ऐसी बात बताने जा रहा हूं, जिसको जानकर आप कहोगे कि काश ये बात मुझे पहले पता होती.
दरअसल, हम सब पैसे के महत्व को खूब समझते हैं. क्योंकि हमें बचपन से ही पैसे की जरूरत को समझाया गया है. हमें बताया गया है कि जीवन में आगे बढ़ना है तो पैसा होना चाहिए. आलीशान घर, गाड़ी और बंगला खरीदना हो तो पैसा होना चाहिए यहां तक कि कोई छोटा-बड़ा कारोबार शुरू करना हो तो भी आपके पास पैसा होना चाहिए. आज 80 प्रतिशत युवा अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, लेकिन पैसा नहीं है. जिसके लिए वो कभी बैंकों के चक्कर लगाते हैं तो कभी अपने ऊपर कर्ज चढ़ा लेते हैं. इस बात में कोई दो राय नहीं कि कोई भी नया काम शुरू करने के पैसा चाहिए, लेकिन यह उतना भी सच नहीं, जितना कि आप समझते हैं. क्योंकि दुनिया में हर काम पैसे से नहीं होता.
आपने देखा होगा कि आज जो व्यक्ति जितना ज्यादा सफल और बड़ा है. उसने कोई काम कभी न कभी जीरो से ही शुरू किया होगा. दुनिया में ऐसे न जाने कितने उदाहरण भरे पड़े हैं, जिनमें कुछ दिमाग, कुछ ट्रिक और कुछ समय लगाकर काम करना शुरू किया गया और आज उनकी पहचान दुनिया के जाने माने बिजनेसमैन में की जाती है.
ऐसे ही उदाहरणों में से एक है सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक. फेसबुक एक यूजर फ्रेंडली साइट है, जिसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग हैं. मार्क ने फेसबुक के रूप में एक ऐसी साइट बनाई, जो बहुत ही यूजर फ्रेंडली है. फेसबुक को अपने ऊपर ज्यादा काम नहीं करना होता. बस समय-समय पर यूजर मेंटीनेंस से ही यह काम बन जाता है. इसकी खास बात यह है कि यूजर खुद फेसबुक पर तरह-तरह का कंटेंट, तस्वीरें और वीडियो अपलोड करते रहते हैं, जिसका फायदा फेसबुक को मिलता है और जिसकी वजह से फेसबुक के पास यूजर्स का एक बहुत बड़ा डेटा बैंक बन गया है. यही वजह है कि बहुत सारी कंपनी, बहुत सारे लोग अपने उत्पादों का प्रचार कराने के लिए फेसबुक का सहारा लेते हैं, जिसके लिए फेसबुक उनसे अच्छा खासा चार्ज करता है. इसी तरह से बिना पैसा खर्च किए ही फेसबुक आज बहुत बड़ा बिजनेस टाइकून बन गया है.
OLA- क्या आपको मालूम है कि OLA कि खुद की कोई कार नहीं. इसके बावजूद भी ओला टैक्सी प्रोवाइडर की एक बहुत बड़ी कंपनी बन गई है. Uber और रेड बस डॉट इन भी कुछ ऐसे ही उदाहरण हैं. दुनिया में ऐसे हजारों सर्विस प्रोवाइडर हैं, जिनके पास खुद का कोई प्रोडक्ट नहीं है. वो तो केवल फर्स्ट पार्टी और थर्ड पार्टी के बीच की कड़ी हैं और इसी तरह काम करते हैं. इस काम में वो करोड़ों का बिजनेस करते हैं. ये लोग एक व्यक्ति से माल लेते हैं और दूसरे व्यक्ति को देते हैं. इसी तरह आप भी खुद की वेबसाइट बनाकर, ब्लॉग राइटिंग या यू ट्यूब पर वीडियो बनाकर लाखों-करोड़ों रुपये कमा सकते हैं.
Source : Mohit Sharma