India-China Border Conflicts: चीन (China) ने एक असामान्य परिस्थिति से ऊपर उठते हुए जून महीने में भारत (India-China Trade) से रिकॉर्ड मात्रा में पीवीसी का आयात किया है, वह भी एक ऐसे समय में जब दोनों देश सीमा पर एक गतिरोध में उलझे हुए हैं और व्यापार प्रवाह घटाने की मांगें उठ रही हैं. ग्लोबल रबर मार्केट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने जून में भारत से रिकॉर्ड 27,207 मीट्रिक टन पीवीसी का आयात किया, जो मई में आयातित 5,174 मीट्रिक टन से पांच गुना से भी अधिक है. भारत ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान पीवीसी के निर्यात में तेजी लाई थी.
यह भी पढ़ें: शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों को SEBI ने दी बड़ी राहत, अब 15 सितंबर तक जारी कर सकेंगे वित्तीय नतीजे
भारतीय पीवीसी मार्केट करीब 20 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष घटा
ग्लोबल रबर मार्केट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अपने आप में एक अनोखा कदम है, क्योंकि भारतीय पीवीसी मार्केट करीब 20 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष घट गया है. लॉकडाउन के दौरान भारत की पीवीसी की मांग लुढ़क गई, और डिलीवरीज रद्द करनी पड़ी. इसके बाद आपूर्तिकर्ताओं को अतिरिक्त आपूर्तियों को क्लीयर करने के लिए अपने कार्गो चीन की तरफ मोड़ने पड़े. बाजार सूत्रों ने कहा कि उन्हें लगता है कि भारत से चीन का पीवीसी आयात अब घट सकता है, क्योंकि जून के प्रारंभ में लॉकडाउन समाप्त हो गया. जून की डिलीवरी के लिए मई में ही सौदे हुए थे.
यह भी पढ़ें: Gold Rate Today: सोने-चांदी में मजबूती कायम रहेगी, जानकार जता रहे हैं अनुमान
पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) दुनिया में पॉलीएथिलीन और पॉलीप्रोपिलीन के बाद सर्वाधिक व्यापक तौर पर उत्पादित प्लास्टिक है, और यह उद्योग, निर्माण, कृषि, कंज्यूमेबल्स, पैकेजिंग, विद्युत उत्पादन और पब्लिक युटिलिटीज में एक व्यापक वेरायटी के अनुप्रयोगों में इस्तेमाल किया जाता है. पीवीसी अत्यंत टिकाऊ, रजिस्टैंट और फ्लेक्सिबल है, जिसका उपयोग क्लोथिंग, पाईप, इंसुलेशन और कई अन्य क्षेत्रों में किया जाता है. आयात पर रोक लगाने के लिए भारतीय कंपनियां चीन पर आयात निर्भरता घटाने के लिए के तरीकों पर सरकार को प्रस्ताव सौंप रही हैं. भारत से चीन को पीवीसी का रिकॉर्ड निर्यात ऐसे समय में हुआ है, जब भारत सरकार चीन से आयात पर रोक लगाने के तरीकों पर मंथन कर रही है और उसने कई चीनी एप्स और कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया है.