नीति आयोग (NITI Aayog) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने कहा है कि मौजूदा समय में दुनियाभर में भारत संभवत: सबसे अच्छे कॉर्पोरेट टैक्स (corporate tax) के दौर में है. उनका कहना है कि कॉर्पोरेट टैक्स की बात करें तो 17.1 फीसदी की प्रभावी दर के साथ 15 फीसदी पर भारत सबसे अच्छे देश के तौर पर आगे बढ़ रहा है. उनका कहना है कि कॉर्पोरेट टैक्स घरेलू बाजार के आकार से जुड़ा हुआ है.
Amitabh Kant, CEO NITI Aayog, in Washington DC, USA: India has put out probably the best corporate tax regime in the world now. At 15% with an effective rate of 17.1%, makes it the best country as far as corporate tax is concerned. pic.twitter.com/z9jMH9zatk
— ANI (@ANI) December 14, 2019
सबसे अहम तथ्य यह है कि आपने भारत को बहुत अधिक डिजिटलीकरण के जरिए आगे कर दिया है. उनका कहना है कि भारत में हाल ही कई संरचनात्मक सुधार किए गए हैं, जिसकी वजह से भारत निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन रहा है.
Amitabh Kant,CEO NITI Aayog, in Washington DC: This Corporate Tax coupled with the size of domestic market&the fact that you've pushed through a lot of digitisation in India&the structural reforms that have been carried out makes India a very attractive destination for investment https://t.co/Km8gu9amOx pic.twitter.com/NZ0ygwB8ED
— ANI (@ANI) December 14, 2019
54 श्रम कानूनों को सिर्फ 4 कानूनों में समाहित किया: अमिताभ कांत
उनका कहना है कि मौजूदा सरकार में एक और बड़ी उपलब्धि हुई है कि 54 श्रम कानूनों को सिर्फ 4 कानूनों में समाहित कर दिया गया है और इस क्षेत्र में अभी काफी बड़े सुधार करने की जरूरत है. वास्तव में यह शानदार कदम है जिससे भारत में बड़े पैमाने पर विनिमार्ण के क्षेत्र में विकास होगा. उनका कहना है कि भारत बौद्धिक संपदा अधिकारों ( intellectual property rights-ipr) पर एक नई नीति के साथ सामने आया है और हमारे आईपीआर शासन में मौलिक सुधार हुआ है. उनका कहना है कि यह शायद सबसे अच्छे IPR शासनों में से एक है. हमने बौद्धिक संपदा अधिकार में अमेरिका और जापान से आगे बढ़कर बेंचमार्क स्थापित किया है.
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कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती कि दिखने लगा है असर: वित्त मंत्री
बता दें कि पिछले हफ्ते सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि कॉर्पोरेट कर (Corporate Tax) में कटौती का मकसद नया निवेश आकर्षित करना और रोजगार पैदा करना है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं. कई विदेशी और घरेलू कंपनियों ने निवेश में रुचि दिखाई है. लोकसभा में कराधान अधिनियम संशोधन विधेयक, 2019 पर चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह में कोई कमी नहीं आई है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो