इंडियन रेलवे (Indian Railways) की कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) का IPO 30 सितंबर को शेयर बाजार में आ जाएगा. केंद्र सरकार इस IPO के जरिए 500 करोड़ से 600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. बता दें कि इस साल के शुरू में वित्त मंत्रालय ने IRCTC के IPO को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. बता दें कि IRCTC टिकट बुकिंग, होटल बुकिंग, रेलवे की खानपान सेवा और पर्यटन से जुड़े कामकाज देखती है.
यह भी पढ़ें: हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) के लिए हर महीने जमा कर सकेंगे प्रीमियम, नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार का बड़ा फैसला
अगस्त में SEBI को भेजा गया था प्रस्ताव
केंद्र सरकार ने अगस्त में IRCTC के IPO का प्रस्ताव सेबी (SEBI) को भेज दिया था. IPO आने के बाद केंद्र सरकार की हिस्सेदारी IRCTC में घटकर 12.5 फीसदी रह जाएगी. कारोबारी साल 2019 में IRCTC ने 1,899 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया था. बता दें कि यह राजस्व पिछले कारोबारी साल से करीब 25 फीसदी ज्यादा थी. गौरतलब है कि IRCTC की वेबसाइट पर रोजाना 72 लाख लोग लॉगिन करते हैं. 1999 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने IRCTC की स्थापना की थी. वहीं 2008 में IRCTC को मिनीरत्न का दर्जा दिया गया था.
यह भी पढ़ें: सरकार इनकम टैक्स (Income Tax) पेयर्स को आयकर में दे सकती है बड़ी छूट
अप्रैल में RVNL का IPO लॉन्च किया था
गौरतलब है कि जुलाई में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 1.05 लाख करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य रखा था, जो कि पीयूष गोयल के अंतरिम बजट में 90,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य से अधिक है. आईआरसीटीसी आईपीओ (IRCTC IPO) उसी विनिवेश कार्यक्रम का हिस्सा है. बता दें कि अप्रैल में एक अन्य रेलवे इकाई रेल विकास निगम (RVNL) को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया गया था. सरकार ने आरवीएनएल में 12.2 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री के जरिए करीब 480 करोड़ रुपये जुटाए थे.