Retail Inflation Rate: देश में खुदरा महंगाई बढ़कर (Retail Inflation Rate) 6.52 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले तीन महीने का उच्चतम स्तर है. जबकि इससे पहले जनवरी में सरकार की ओर जो आंकड़े जारी किए गए थे, उसके अनुसार दिसंबर 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति दर एक साल के निम्नतर स्तर 5.72 प्रतिशत पर आ गई थी. रोजमर्रा में यूज होने वाली और खाने-पीने की चीजों के रेट बढ़ने से जनवरी 2023 में खुदरा महंगाई ने पिछले 3 महीने के कीर्तिमान को ध्वस्त कर दिया है.
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CPI पर बेस्ड खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) के आंकड़े जारी
सरकार ने आज यानी 13 फरवरी को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर बेस्ड खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) के आंकड़े जारी किए हैं. जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( Reserve Bank of India ) के अधिकतम सीमा से भी ज्यादा है. वहीं आरबीआई ने रिटेल इंफ्लेशन दर 4 फीसद का लक्ष्य निर्धारित किया है. जबकि महंगाई दर को 2 से 6 प्रतिशत के मध्य रखने की लिमिट रखी है. आपको बता दें कि इससे पहले पिछले साल दिसंबर में खुदरा मंहगाई दर 5.72 प्रतिशत थी.
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कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स में लगभग 40 प्रतिशत की भागीदारी केवल फूड प्राइस इंडेक्स की
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स ( Consumer Price Index ) में लगभग 40 प्रतिशत की भागीदारी केवल फूड प्राइस इंडेक्स ( Food Price Index ) की ही है. जिसका मतलब साफ है कि देश में महंगाई बढ़ाने और घटाने में खाने-पीने की चीजों की अहम भूमिका है. खाने-पीने की चीजों में मांग और आपूर्ति के हिसाब से घटत-बढ़त देश में महंगाई को निर्धारित कर देती है. आंकड़े साफ बताते हैं कि खान पान की चीजों में आए बदलाव से महंगाई में बड़ा फर्क आया है.
Source : News Nation Bureau