आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने पिछले साल लगाए गए व्हिसल ब्लोअर आरोपों में जांच पूरी कर ली है और उसे नहीं लगता है कि नियामक इस बारे में आगे कोई कार्रवाई करेगा. इंफोसिस ने पिछले साल अक्टूबर में शेयर बाजार (Share Market) को बताया था कि उसे कुछ अज्ञात व्हिसल ब्लोअरों से शिकायतें मिली हैं कि कंपनी के शीर्ष प्रबंधन द्वारा कथित रूप से कुछ अनैतिक प्रथाओं को अपनाया जा रहा है. इसके बाद कंपनी ने मामले की जांच शुरू की और बाहरी जांचकर्ताओं को नियुक्त किया.
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एसईसी से आगे किसी भी की कार्रवाई का अनुमान नहीं
अमेरिकी बाजार नियामक एसईसी ने भी मामले की जांच शुरू की थी. इंफोसिस ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया कि उसे एसईसी से एक अधिसूचना मिली है, जिसमें कहा गया है कि उसकी जांच खत्म हो गई है. इंफोसिस ने कहा कि कंपनी को इस मामले पर एसईसी से आगे किसी भी की कार्रवाई का अनुमान नहीं है. बेंगलुरु स्थित कंपनी ने कहा कि उसने भारतीय नियामक अधिकारियों से मिले सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं और वह अधिकारियों के साथ सहयोग जारी रखेगी. इस साल जनवरी में इंफोसिस ने कहा था कि उसकी लेखा समिति को वित्तीय गड़बड़ी या कार्यकारियों के गलत आचरण का कोई सबूत नहीं मिला है.
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इसके साथ ही सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ नीलांजन रॉय को दोषमुक्त माना गया, जिन पर कंपनी के बहीखातों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया था. इंफोसिस के शेयर बीएसई पर अपने पिछले बंद भाव से करीब 7.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 564.60 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.