देश की दूसरी बड़ी IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) में करोड़पतियों की संख्या में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. पिछले वित्त वर्ष में विदेश में कंपनी के 2,200 से ज्यादा कर्मचारियों की सैलरी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी. वित्त वर्ष 2017 के मुकाबले यह संख्या 500 से ज्यादा है. जानकार आशंका जता रहे हैं कि इसकी वजह से विदेश में कंपनी की लागत में बढ़ोतरी होने की आशंका है.
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वित्त वर्ष 2017 में 1,700 से अधिक कर्मचारी थे करोड़पति
वित्त वर्ष 2017 के दौरान इंफोसिस के 1,700 से अधिक कर्मचारियों की सैलरी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी. कंपनी ने 2017 के दौरान 9,100 से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखा था. हालांकि विदेशों में ज्यादा सैलरी की वजह से कंपनी का लागत खर्च भी बढ़ा है.
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जानकारों के मुताबिक कंपनी द्वारा किए गए अधिग्रहण की वजह से पुरानी कंपनियों के कर्मचारी इंफोसिस में आए हैं. उन कर्मचारियों की सैलरी कंपनी के पुराने कर्मचारियों के मुकाबले काफी ज्यादा है. बता दें कि पाल हाइन्स जो पूर्व में नोआ कंसल्टिंग के निदेशक थे, मौजूदा समय में इंफोसिस कंसल्टिंग के एसोसिएट पार्टनर हैं.
जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2019 में पाल हाइन्स को इंफोसिस ने 6.9 करोड़ रुपये बतौर सैलरी दी थी. वहीं Infosys कंसल्टिंग के वाइस प्रेजिडेंट और पार्टनर जॉन ब्रिजि की सैलरी 5.7 करोड़ रुपये रही थी.
HIGHLIGHTS
- देश की दूसरी बड़ी IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) में करोड़पतियों की संख्या में जोरदार बढ़ोतरी
- पिछले वित्त वर्ष में विदेश में कंपनी के 2,200 से ज्यादा कर्मचारियों की सैलरी 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी
- अधिक सैलरी की वजह से विदेश में कंपनी की लागत में बढ़ोतरी होने की आशंका: जानकार