संकट में फंसे लक्ष्मी विलास बैंक (Lakshmi Vilas Bank-LVB) के शेयरों में गिरावट का सिलसिला मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में जारी रहा. बैंक को लेकर काफी नकारात्मक खबरें आ रही हैं जिसके चलते निवेशक इसके शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं। छह कारोबारी सत्रों में एलवीबी के शेयर में 53 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है. मंगलवार को बीएसई में बैंक का शेयर 9.88 प्रतिशत और टूटकर 7.30 रुपये पर आ गया और इसने निचले सर्किट को छूट लिया. बैंक का शेयर अपने एक साल के निचले स्तर पर आ चुका है.
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NSE पर आज करीब 10 फीसदी लुढ़का शेयर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी बैंक का शेयर 9.88 प्रतिशत टूटकर 7.30 रुपये पर आ गया और इसने निचला सर्किट छू लिया. बीएसई में छह कारोबारी सत्रों में बैंक का शेयर 53.35 प्रतिशत नीचे आ चुका है. पिछले सप्ताह मंगलवार को सरकार ने एलवीबी पर कई तरह के अंकुश लगाते हुए निकासी की सीमा तय की थी. साथ ही बैंक के बोर्ड को भी भंग कर दिया गया था. बैंक से निकासी की सीमा प्रति जमाकर्ता 25,000 रुपये तय की गई है.
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गौरतलब है कि बैंक का नेटवर्थ नकारात्मक दायरे में जाने और एक चौथाई कर्ज एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) होने तथा कई प्रयासों के बाद भी पूंजी जुटाने में नकाम रहने के बाद उसपर 30 दिन के लिये लेन-देने को लेकर पाबंदी लगायी गयी है. पाबंदी की अवधि 16 दिसंबर को समाप्त होगी. पाबंदी के तहत प्रति खाताधारक 25,000 रुपये की निकासी की सीमा तय की गयी है. लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) तीसरा बैंक है जिस पर पिछले साल सितंबर के बाद से पाबंदी लगायी गयी है. इससे पहले 2019 में सहकारी बैंक पीएमसी तथा इस साल मार्च में यस बैंक पर पाबंदी लगायी गयी थी.