कर्नाटक चुनाव के परिणाम के बाद लगातार पांचवें दिन घरेलू शेयर बाजार गिरकर बंद हुए। वहीं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी।
कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी से आर्थिक विकास में रुकावट के साथ कंपनियों के प्रॉफिट पर असर पड़ने की संभावना से बाजार पर दबाव दिखा और सोमवार के अंत में सेंसेक्स 232 अंक टूटकर 34,616 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं निफ्टी 80 अंक की गिरावट के साथ 10,517 के स्तर पर बंद हुआ।
इससे पहले,बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सेंसेक्स 25 अंक की उछाल के साथ 34,873 अंक पर खुला। वहीं निफ्टी 20 अंक बढ़कर 10,617 के स्तर पर ओपन हुआ। बाजार खुलने के बाद सेंसेक्स में 100 अंकों की तेजी आई।
लेकिन कुछ मिनटों में ही बाजार ने पूरी बढ़त गंवा दी। इससे निफ्टी 10600 के नीचे फिसल गया, जबकि सेंसेक्स 50 अंकों से ज्यादा टूट गया।
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 34,973.95 के ऊपरी और 34,593.82 के निचले स्तर को छुआ।
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 20.3 अंकों की तेजी के साथ 10,616.70 पर खुला और 79.70 अंकों या 0.75 फीसदी की गिरावट के साथ 10,516.70 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,621.70 के ऊपरी और 10,505.80 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप सूचकांक 259.93 अंकों की गिरावट के साथ 15,635.75 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 380.40 अंकों की गिरावट के साथ 16,946.38 पर बंद हुए।
बीएसई के 19 में से सिर्फ तीन सेक्टरों -सूचना प्रौद्योगिकी (0.14 फीसदी), तेल और गैस (0.10 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.07)- में तेजी रही।
बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे- रियल्टी (3.11 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (2.55 फीसदी) उपभोक्ता सेवाएं (2.07 फीसदी), उद्योग (2.03 फीसदी), और वाहन (1.92 फीसदी)।
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(IANS इनपुटस के साथ)
Source : News Nation Bureau