सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Corp) ने कहा है कि कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer) सत्या नडेला (Satya Nadella) और उनकी पत्नी अनु के बेटे जैन नडेला (Zain Nadella) की सोमवार सुबह मृत्यु हो गई है. जैन नडेला 26 वर्ष के थे. जैन नडेला को जन्म से ही सेरेब्रल पाल्सी नामक (Cerebral Palsy) बीमारी थी. माइक्रोसॉफ्ट ने एक ईमेल के जरिए अपने एग्जिक्यूटिव स्टाफ जैन नडेला की मृत्यु की सूचना दी. कर्मचारियों को भेजी गई सूचना में कर्मचारियों से सत्या नडेला और उनके परिवार के लिए प्रार्थना करने के लिए कहा गया है.
यह भी पढ़ें: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच म्यूचुअल फंड से बंपर रिटर्न पाने के लिए बनाएं ये रणनीति
मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनने के बाद उन्होंने दिव्यांग यूजर्स को बेहतर सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से कंपनी के प्रोडक्ट की डिजाइन पर ध्यान केंद्रित किया है. उन्होंने कहा था कि जैन के पालन पोषण और सहयोग देते हुए उन्होंने काफी कुछ सीखा है. बता दें कि पिछले साल सिएटल के चिल्ड्रंस न्यूनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (Children’s Neonatal Intensive Care Unit (NICU) ने सत्या नडेला के साथ मिलकर सिएटल चिल्ड्रंस सेंटर फॉर इंटिग्रेटिव ब्रेन रिसर्च के भाग के रूप में जैन नडेला एंडोड चेयर इन पेडियाट्रिक न्यूरोसाइंसेज (Zain Nadella Endowed Chair in Pediatric Neurosciences) की स्थापना की थी. बता दें कि जैन नडेला का ज्यादातर इलाज चिल्ड्रंस न्यूनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट में हुआ है.
यह भी पढ़ें: अप्रैल-जनवरी का वित्तीय घाटा बजट लक्ष्य के 58 प्रतिशत से अधिक
2014 में सत्या नडेला को माइक्रोसॉफ्ट का CEO नियुक्त किया गया था. उनके द्वारा यह पद संभालने के दौरान कंपनी कई तरह की दिक्कतों का सामना कर रही थी. ऐसे खराब समय में नडेला ने कंपनी को परेशानियों से बाहर निकाला और उसे नई बुलंदियों तक पहुंचाया. सत्या नडेला ने क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मोबाइल ऐप्लिकेशनंस के ऊपर अपना ध्यान केंद्रित किया. इसके अलावा उन्होंने ऑफिस सॉफ्टवेयर फ्रेंजाइजी में नई जान फूंकने की कोशिश की है.
HIGHLIGHTS
- जैन नडेला को जन्म से ही सेरेब्रल पाल्सी नामक बीमारी थी
- माइक्रोसॉफ्ट ने एक ईमेल के जरिए मृत्यु की सूचना दी