वाडिया ग्रुप के चेयरमैन नुस्ली वाडिया ने टाटा संस के नोटिस के जवाब में लिखा है कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे और निंदनीय हैं। वाडिया ने कहा है कि इस नोटिस को वापस लिया जाय। उन्होंने टाटा संस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये व्यक्तिगत बदले की भावना से किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि अगर दो दिनों के अंदर इस नोटिस को रद्द नहीं किया गया, तो वो अदालत का दरवाज़ा खटखटाएंगे।
वाडिया करीब एक दशक से टाटा संस की तीन कंपनियों टाटा स्टील, टाटा केमिकल्स और टाटा टाटा मोटर्स के स्वतंत्र निदेशक के बतौर काम कर रहे हैं। टाटा संस ने नोटिस जारी कर वाडिया को टाटा स्टील के स्वतंत्र निदेशक पद से हटाने के लिए कहा था। टाटा संस के बोर्ड को लगता है कि वाडिया सायरस मिस्त्री को समर्थन दे रहे हैं।
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24 अक्टूबर को टाटा संस के चेयरमैन सायरस मिस्त्री को उनके पद से हटा दिया गया था। ये फैसला टाटा संस की बोर्ड मीटिंग में लिया गया और निर्णय लिया गया था कि अगले चार महीने तक रतन टाटा अंतरिम चेयरमैन होंगे।
इसके बाद रतन टाटा ने प्रधानमंत्री मोदी और अपने एंप्लॉयीज को खत लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि ग्रुप की स्थिरता और उसमें भरोसा बढ़ाने के लिए उन्होंने खुद जिम्मेदारी संभाली है।
Source : News Nation Bureau