पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 4,532.35 करोड़ रुपए और जून तिमाही में 940 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था. नीरव के घोटाले की वजह से जनवरी-मार्च में 13,417 का घाटा हुआ. यह भारतीय बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान था. 13 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के बाद लगातार घाटे में जा रही PNB को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 246.51 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ. पीएनबी के एमडी और सीईओ सुनील मेहता का कहना है कि बैंक के वित्तीय नतीजे पटरी पर लौटे हैं. हमने अपनी बात पूरी की है. बैंक नीरव मोदी के घोटाले से उबर चुका है.
सालाना आधार पर यह मुनाफा 7.12% ज्यादा है. 2017 की दिसंबर तिमाही में बैंक को 230.11 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था. 2018 की दिसंबर तिमाही में एनपीए की प्रोविजनिंग घटने की वजह से पीएनबी मुनाफे में आया. इससे पहले लगातार 3 तिमाही नुकसान में रहा था. अधिकारियों को कहना है कि अब पीएनबी नीरव मोदी के घोटाले से उबर चुका है.
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दिसंबर तिमाही में पीएनबी ने कुल 2,753.84 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की. इसमें से एनपीए के लिए 2,565.77 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की गई. 2017 की दिसंबर तिमाही में कुल प्रोविजनिंग 4,466.68 करोड़ रुपए और एनपीए के लिए प्रोविजनिंग 2,996.42 रही थी.
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बैंक की कुल आय 2.64% घटकर 14,854.24 करोड़ रुपए रह गई. 2017 की दिसंबर तिमाही में 15,257.5 की इनकम हुई थी. नेट इंटरेस्ट इनकम 4,289 करोड़ रुपए रही है.पीएनबी के एनपीए में कमी आई है. दिसंबर तिमाही में नेट एनपीए 8.22% और ग्रॉस एनपीए 16.33% रहा है. सितंबर तिमाही में नेट एनपीए 8.90% और ग्रॉस एनपीए 17.16% था. 2017 की दिसंबर तिमाही में नेट एनपीए 7.55% और ग्रॉस एनपीए 12.11% था.
Source : News Nation Bureau