इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन ने सरकारी तेल कंपनियों के शेयरधारकों के माथे पर बल ला दिया था. इस बीच इन कंपनियों ने स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी कदम बढ़ाकर खुद को समय साथ फिट कर लिया है. देश में स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा के प्रति लोगों के बढ़ते रुझान को देखते हुए सरकारी तेल कंपनियों ने भी इस सेक्टर में निवेश करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन तमिलनाडु में 900 ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने जा रही है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने तमिलनाडु में पहले से ही 133 ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये हुए हैं और उसकी योजना चालू वित्त वर्ष के अंत तक 400 अन्य ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है.
ई-चार्जिंग स्टेशन की संख्या बढ़ने से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ेगी
हिंदुस्तान पेट्रोलियम के राज्य में 79 ई-चार्जिंग स्टेशन और और वह 175 अन्य ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगा. इसी तरह भारत पेट्रोलियम भी चालू वित्त वर्ष के अंत तक 145 अन्य ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगा. इंडियन ऑयल के एक अधिकारी के मुताबिक ई-चार्जिंग स्टेशन की संख्या बढ़ने से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ेगी. ई-चार्जिंग स्टेशन से लोग यात्रा के दौरान भी अपने वाहन बैटरी की रीचार्ज कर पाएंगे.
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एक ई-चार्जिंग स्टेशन की स्थापना में एक करोड़ रुपये का आता है खर्च
सूत्रों के मुताबिक एक ई-चार्जिंग स्टेशन की स्थापना में एक करोड़ रुपये का निवेश होता है. राजमार्ग पर फास्ट चार्जिंग की व्यवस्था होती है, जबकि स्लो चार्जिंग शहरों के अंदर चार्जिंग स्टेशन में होती है. चार्जिंग शुल्क खुद डीलर तय करते हैं.
HIGHLIGHTS
- सरकारी तेल कंपनियां तमिलनाडु में स्थापित करेगी 900 ई-चार्जिंग स्टेशन
- तमिलनाडु में पहले से ही इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के हैंं 133 ई-चार्जिंग स्टेशन
- चालू वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी 400 और ई-चार्जिंग स्टेशन करेगी स्थापित
Source : News Nation Bureau