Rajeev Mehrishi Pickle Maker: देश का टॉप नौकरशाह अगर अचार बेचे तो आपका ध्यान भी एक पल के लिए इस खबर पर आ सकता है. जी हां, हम यहां राजीव महर्षि की बात कर रहे हैं. सरकार के कई विभागों में टॉप पॉजिशन पर काम कर चुके राजीव महर्षि एक जानामाना नाम है. उन्होंने केंद्र सरकार के लिए कई पदों पर कार्यरत रहकर अपनी सेवाएं दी हैं. देश के वित्त सचिव, गृह सचिव और कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (सीएजी) जैसे प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत रह चुके राजीव महर्षि रिटायरमेंट के बाद अपने अनोखे बिजनेस को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं.
राजीव महर्षि बना रहे हैं अब अचार
देश का टॉप नौकरशाह राजीव महर्षि रिटायरमेंट के बाद अचार बनाने के बिजनेस में एंट्री कर चुके हैं. इस बिजनेस में उन्होंने शौकिया तौर पर कदम रखा और आज उनका अचार बनाने का बिजनेस एक बड़ा ब्रांड बन चुका है. उनके द्वारा बनाए जाने वाले आचार का नाम ‘पिक्ली- टेस्ट ऑफ दादा’है. जिसे आज हर कोई चखना चाहता है.
‘पिक्ली- टेस्ट ऑफ दादा’ का स्वाद जुबान पर
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजीव महर्षि ने खास बातचीत में बताया है कि उन्होंने अपना बिजनेस साल 1990 में ही शुरू कर दिया था. वे उस दौरान ज्वाइंट सेक्रेटरी की पोस्ट पर रहते हुए कार्य कर रहे थे. 1978 बैच के आईएएस राजीव महर्षि साल 2020 में सीएजी पोस्ट से रिटायर हुए हैं. उन्होंने खुद इसके स्वाद को अनोखा बनाने के लिए अलग टेस्ट डेवलप किया है.
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बहू ने की मार्केटिंग, आज है टॉप ब्रांड अचार
राजीव महर्षि ने बताया कि उन्हें इस काम में मजा आता था, बाद में उनके बनाए अचार को घरवालों की तारीफ मिली. बाद में उनके इसी शौक को देखते हुए उनकी बहू आस्था जैन ने अचार की मार्केटिंग की योजना बनाई. आज ‘पिक्ली- टेस्ट ऑफ दादा’ एक फेमस ब्रांड बन चुका है. यहां 20 से ज्यादा वैरियटी के आम, बैंगन, करेला, मिर्च, नींबू, कटहल के अचार बनते हैं. खास बात ये कि अचार बिना प्याज और लहसुन के बनाए जाते हैं.
HIGHLIGHTS
- शौकिया तौर पर बनाते थे पहले अचार
- खुद की रेसिपी अचार के लिए की तैयार
- बहू ने की मार्केटिंग आज है टॉप ब्रांड