RBI Credit Policy: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी की गई क्रेडिट पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि रिजर्व बैंक लगातार छठवीं बार ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जैसे ही क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान हुआ, शेयर बाजार (Share Market) भी धड़ाम हो गया. सेसेक्स (SenSex), निफ्टी (Nifty) और बैंक निफ्टी (Bank Nifty) एक मिनट के भीतर धराशायी हो गए.
आज यानी गुरुवार को शेयर बाजार पॉजिटिव नोड में खुला था. बुधवार को बाजार 12043 पर बंद हुआ था, लेकिन गुरुवार सुबह बाजार 12071 पर खुला, बाजार मोटे तौर पर यह मानकर चल रहा था कि ब्याज दर कम से कम .25 प्वाइंट तक कम हो सकता है. इसके बाद 11.45 बजे तक बाजार हरे निशान में ही बना रहा. क्रेडिट पॉलिसी आने से ठीक पहले निफ्टी करीब 90 अंक ऊपर था, लेकिन जैसे ही खबर आई कि भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, उसके बाद अचानक बाजार गिर पड़ा. कुछ ही मिनट में बाजार फिर से 12000 के आंकड़े तक पहुंच गया, लेकिन वहीं से निफ्टी फिर संभला और फिर ऊपर की ओर रुख किया.
इसी तरह से सेंसेक्स और बैंक निफ्टी भी एक मिनट में ही हरे निशान से लाल निशान में ट्रेड करने लगे. क्रेडिट पॉलिसी से पहले बाजार में मजबूती के साथ कारोबार कर रहा था. निफ्टी 12050 के ऊपर टिका हुआ था. एक बार तो इसने 12081 का हाई भी मारा, लेकिन उसके बाद दायरे में ही कारोबार होता रहा. क्रेडिट पॉलिसी से पहले रिलायंस, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक का सबसे ज्यादा था.
आरबीआई के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी में और गिरावट आ सकती है. यह 6.1 फीसदी से गिरकर 5 फीसदी पर आने की संभावना जताई गई है. हालांकि गौरतलब तथ्य यह भी है कि इस साल अब तक रेपो रेट में कुल 135 अंकों की कटौती की जा चुकी है. पिछले नौ साल की बात करें तो इस दौरान रेपो रेट में पहली बार इतनी कमी दर्ज की गई है. साल 2010 में मार्च के बाद ये रेपो रेट का सबसे निचला स्तर है. रिवर्स रेप रेट 4.90 प्रतिशत और बैंक रेट 5.40 प्रतिशत पर है.
रिजर्व बैंक के फैसले के बाद अब तय हो गया है आपको अपनी ईएमआई यानी ब्याज पर कोई राहत फिलहाल नहीं मिलने वाली. जैसे आपकी किश्त पहले जा रही थी, उसी तरह अभी भी जारी रहेगी. हां, इतना जरूर है कि अगली क्रेडिट पॉलिसी का इंतजार आप कर सकते हैं.
दरअसल क्रेडिट पॉलिसी आने से पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि महंगाई दर बढ़ने और फिस्कल ईयर 2020 में जीडीप ग्रोथ गिरने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक रेट कट कर सकता है. अगर ऐसा होता तो लगातार छठी बार रेट कट हो जाता, लेकिन ठीक पौने 12 बजे लोगों की उम्मीद पर पानी फिर गया.
Source : News Nation Bureau