रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को जारी क्रेडिट पॉलिसी में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कमी कर दी है. RBI ने इस पॉलिसी में ब्याज दरों में कमी के साथ-साथ ट्रांजेक्शन फेल होने की समस्या पर भी ध्यान केंद्रित किया है. RBI ने जितने भी ऑथराइज्ड पेमेंट सिस्टम हैं उन्हें ग्राहकों की शिकायत जल्द से जल्द निपटारे के लिए मैकेनिज्म बनाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा रिजर्व बैंक ने कुछ पेमेंट सिस्टम के लिए गाइडलाइन भी जारी की है. इन गाइडलाइन के तहत फेल ट्रांजेक्शन की समस्या को हल करने में देरी होने पर ग्राहकों को होने वाले नुकसान की भरपाई का प्रावधान है.
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रिजर्व बैंक ने कहा है कि सभी इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम की सेवा को बेहतर और तेज बनाने के लिए सिस्टम में समानता लाना ज़रूरी है. रिजर्व बैंक ने कहा कि इसके लिए टर्न अराउंड टाइम (TAT) सिस्टम जरूरी है. RBI ने ग्राहकों की शिकायत और हर्जाने की भरपाई के लिए जून 2019 तक सभी ऑथराइज्ड पेमेंट सिस्टम को TAT फ्रेमवर्क की तरह सिस्टम लाने का निर्देश दिया है.
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गौरतलब है कि रिजर्व बैंक (RBI) ने अनुमान के मुताबिक ही ब्याज दरों में कटौती कर दी है. रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. RBI ने रेपो रेट 6.25 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया है. वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 6 फीसदी से घटाकर 5.75 फीसदी कर दिया है. मार्जिनल स्टैंडिंग फेसिलिटी रेट (MSFR) 6.50 फीसदी और बैंक रेट 6.50 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया है.
Source : News Nation Bureau