कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कॉम्युनिकेशंस के बैंकरप्सी (दिवालिया) के लिए अर्जी डालने के बाद सोमवार को उसके शेयरों में भारी गिरावट नजर आई. रिलायंस के शेयर 50 फीसदी तक टूटकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गए. कर्ज चुकाने के लिए संपत्तियों की ब्रिक्री की योजना असफल रहने पर कंपनी की तरफ से Nclt में इन्सॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी अर्जी दायर करने का फैसला किया वहीं दूसरी तरफ टेलिकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरकॉम के चेयरमैन अनिल अंबनी की सभी निजी संपत्तियों पर अपना दावा ठोकने जा रही है.
गौरतलब है कि अनिल अंबानी के नेतृत्व में कंपनी के निदेशक मंडल शुक्रवार को कर्ज लौटाने की योजना की समीक्षा की. इसमें यह बात सामने आई की 18 महीने बीत जाने के बाद भी संपत्तियों को बेचने की योजना से कर्जदाताओं को कुछ भी नहीं मिल पाया है. इसी को लेकर बयान में कहा गया कि इसी आधार पर निदेशक मंडल ने NCLT में जाने का फैसला लिया है जिसके तहत एनसीएलटी मुंबई के जरिए तेजी से समाधान का विकल्प चुनेगी.
गौरतलब है कि अनिल अंबानी के बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो के टेलिकॉम सेक्टर में इंट्री के बाद आए भूचाल में तमाम कंपनियों की तरह आरकॉम का वायरलेस कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित होकर ठप हो गया. मार्च 2017 तक इस कंपनी पर बैंकों का करीब 7 अरब डॉलर का कर्ज था.
Source : News Nation Bureau