नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कैशलेस इकनॉमी की वकालत करते रहे हैं। वहीं ई-वॉलेट और अन्य ऑनलाइन भुगतान माध्यमों से डिजिटल भुगतान में आई तेजी के साथ ही मोबाइल धोखाधड़ी के मामलों में भी तेज इजाफा हुआ है।
उद्योग संगठन एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल मोबाइल धोखाधड़ी के मामलों में 60-65 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद जाहिर की गई है।
एसोचैम और रिसर्च फर्म ईवाई की रिपोर्ट में कहा गया है, "मोबाइल धोखाधड़ी कंपनियों के लिए बड़ी चिंता का कारण है, क्योंकि 40-45 फीसदी भुगतान मोबाइल डिवाइस के माध्यम से किए जा रहे हैं और यह खतरा 60-65 फीसदी बढ़ने का अनुमान है।"
क्रेडिट और डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के मामले साइबर अपराध की तालिका में शीर्ष पर है और पिछले तीन सालों में इन मामलों में 6 गुणा तेजी आई है।
रिपोर्ट में बताया गया है, "ऑनलाइन बैंकिंग की शिकायतों से जुड़े 46 फीसदी मामले क्रेडिट/डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के होते हैं। इसके बाद फेसबुक से जुड़े मामले हैं जिनकी संख्या 39 फीसदी है और ये मुख्यत: तस्वीरों से छेड़छाड़, साइबर पीछा और साइबर बदमाशी से जुड़े होते हैं।"
HIGHLIGHTS
- नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कैशलेस इकनॉमी की वकालत करते रहे हैं
- एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक मोबाइल धोखाधड़ी के मामलों में 60-65 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद जाहिर की गई है
Source : News Nation Bureau