ब्रिटेन की लक्जरी कार निर्माता रॉल्स रॉयस ने कंपनी के इतिहास में सबसे बड़े घाटे की सूचना दी है। कंपनी ने मंगलवार को 4.6 अरब पाउंड (5.7 अरब डॉलर) के घाटे की जानकारी दी है।
द गार्जियन की रपट के मुताबिक, रॉल्स रॉयस के हज फंड की कीमत 4.4 अरब डॉलर गिरी है, जिसका उपयोग कंपनी मुद्रा के उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान से बचने के लिए करती है। इसके अलावा अमेरिका और ब्राजील में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामलों को निपटाने के लिए कंपनी ने 67.1 करोड़ पाउंड का भारी-भरकम भुगतान किया है। इन कारणों से कंपनी को इतना नुकसान उठाना पड़ा है।
हालांकि रॉल्स रॉयस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वारेन ईस्ट ने जोर देकर कहा कि यह नुकसान कंपनी की वित्तीय सेहत को जाहिर नहीं करती है।
उन्होंने बताया कि 1884 में इसके सहसंस्थापक हेनरी रॉयस द्वारा इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल कारोबार की स्थापना के बाद से यह सबसे बड़ा नुकसान है। उन्होंने कहा, 'इससे व्यापार और नकदी पर किसी प्रकार का असर नहीं होगा, यह सिर्फ लेखा-जोखा है।'
कंपनी पर इतना भारी जुर्माना इसलिए लगाया गया, क्योंकि रॉल्स रॉयस ने 1989 से 2013 के बीच ठेके हासिल करने के लिए दुनिया भर में दलालों को रिश्वत दी थी।
Source : IANS