रूस (Russia) की निचली सभा ड्यूमा के सदस्य येवगेनी फेदोरोव (Yevgeny Fedorov) ने एक मई 2022 तक वापय रूस में कारोबार शुरू न करने वाली विदेशी कंपनियों पर 10 साल का प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पेश किया है. रूस के टीवी चैनल आरटी के मुताबिक फदोरोव ने इस संबंध में आर्थिक विकास मंत्रालय के प्रमुख मैक्सिम रेशेतनिकोव को पत्र लिखा है. फेदेरोव ने कहा है कि कई विदेशी कंपनियों ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिश्या है, जो रूस के लोगों को रोजगार दे रहे थे और यहां निवेश कर रहे थे. उनके अनुसार इन कंपनियों ने रूस के हजारों नागरिकों को अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में डाल दिया है.
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फेदेरोव ने पत्र में लिखा है, मैं आपसे इन कंपनियों की वापसी के लिये शर्तों को निर्धारित करने की व्यवहार्यता का मूल्यांकन करने का आग्रह करता हूं. इन कंपनियों को 1 मई 2022 तक अपनी कारोबारी गतिविधियों को तुरंत बहाल करने के लिये कहा जाए और ऐसा न करने पर 10 साल की अवधि के लिये उनकी वाणिज्यिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाए.
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस छोड़ने वाली विदेशी कंपनियों के लिये बाहरी प्रबंधन शुरू करने के सरकार के विचार का समर्थन किया था. उनके अनुसार अधिकारियों के पास इसके लिये पर्याप्त कानूनी साधन हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी कंपनियों के कारोबार का राष्ट्रीयकरण करने से बेहतर है कि उनके लिये एक अस्थायी प्रशासन नियुक्त किया जाए.
HIGHLIGHTS
- 1 मई 2022 तक अपनी कारोबारी गतिविधियों को तुरंत बहाल करें कंपनियां
- ऐसा नहीं करने पर 10 साल के लिए वाणिज्यिक गतिविधियों पर लगेगा प्रतिबंध