नए साल का पहला दिन शेयर बाजार के लिए ठीक नहीं रहा। बैंक, ऑटो और आईटी शेयरों में आई बिकवाली और मुनाफावसूली की वजह से सेंसेक्स करीब एक फीसदी की कमजोरी के साथ लाल निशान में बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 0.72 फीसदी टूटकर 244.08 अंकों की कमजोरी के साथ 33,812.75 पर बंद हुआ।
वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी करीब एक फीसदी की गिरावट के साथ 95.15 अंक टूटकर 10,435.55 अंक पर बंद हुआ।
50 शेयरों वाले इंडेक्स में महज 10 शेयर हरे निशान में जबकि 40 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।
बाजार की शुरुआत भी कमजोरी के साथ हुई थी। सोमवार को सेंसेक्स पिछली क्लोजिंग के मुकाबले सपाट स्तर पर खुला।
2017 के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स मजबूत उछाल के साथ 34056.83 पर बंद हुआ था जबकि सोमवार को यह 34059.99 पर खुला।
गौरतलब है कि 2017 के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 0.62 फीसदी के उछाल के साथ 208.80 अंकों की मजबूती के साथ 34,056.83 पर बंद हुआ वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.50 फीसदी की मजबूती के साथ 52.80 अंक बढ़कर 10,530.70 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 34101.13 के ऊंचाई पर गया जबकि निचला स्तर 33766.15 रहा।
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हालांकि दिन भर के दौरान बाजार में बिकवाली का दबाव हावी रहा। सेंसेक्स में सर्वाधिक नुकसान टीसीएस (1.69 फीसदी), इंडसइंड बैंक (1.45 फीसदी), एचडीएफसी (1.35 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.35 फीसदी) और टाटा स्टील (1.19 फीसदी) रहे।
दबाव में बैंकिंग शेयर
2018 के पहले कारोबारी दिन बैंकिंग शेयर मुनाफावसूली के दबाव में दिखे। बैंकेक्स 244.08 फीसदी की मजबूती के साथ 33812.75 पर बंद हुआ। बैंकिंग शेयरों में इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई, पीएनबी, एचडीएफसी, एसबीआईएन, कोटक बैंक और यस बैंक रहा।
वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक और फेडरल बैंक हरे निशान में मामूली मजबूती के साथ बंद हुए।
ऑटो शेयरों में भी हुई मुनाफावसूली
सोमवार को ऑटो शेयर भी बिकवाली के दबाव में दिखे। बीएसई का ऑटो इंडेक्स करीब एक फीसदी की कमजोरी के साथ 200 से अधिक अंक टूटकर बंद हुआ।
ऑटो इंडेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, टीवीएसमोटर, हीरोमोटो कॉर्प, अशोक लीलैंड, एमआरएफ नुकसान के साथ बंद हुए।
शानदार 2017 के बाद 2018 की खराब शुरुआत
गौरतलब है कि 2017 की शानदार अंत के बाद 2018 की शुरुआत ठीक नहीं रही है।
2017 में हुई जबरदस्त रैली ने निवेशकों को मालामाल कर दिया और इस दौरान निवेशकों की संपत्ति में 45.50 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले साल के 45 लाख 50 हजार 867 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,51,73,867 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल के दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में शानदार 28 फीसदी का इजाफा हुआ।
वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 28.64 फीसदी का रिटर्न देते हुए 10,530.70 पर बंद हुआ, जबकि 2016 में यह 8,185.80 पर बंद हुआ था।
2017 में सेंसेक्स में कुल 7,430.37 अंकों की तेजी आई जो पिछले साल के मुकाबले 27.91 फीसदी अधिक है। 27 दिसंबर को 30 शेयरों वाला इंडेक्स अपने रिकॉर्ड हाई 34,137.97 के स्तर को छूने में सफल रहा।
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HIGHLIGHTS
- नए साल का पहला दिन शेयर बाजार के लिए ठीक नहीं रहा
- बैंक, ऑटो और आईटी शेयरों में आई बिकवाली और मुनाफावसूली की वजह से टूटा सेंसेक्स
- निफ्टी भी करीब एक फीसदी की गिरावट के साथ 95.15 अंक टूटकर 10,435.55 अंक पर बंद हुआ
Source : News Nation Bureau