तुर्की में चल रहे आर्थिक संकट का असर दुनिया भर के बाजारों में देखने को मिला। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए अब तक सबसे बड़ी गिरावट और कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली। रुपया 69.86 प्रति डॉलर के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया जिसके बाद PSU बैंक, ऑटो, रियल्टी और मेटल शेयरों में कमजोरी देखने के मिली।
सोमवार को रुपया अपने अबतक के सबसे निचला स्तर पर पहुंच गया, कारोबार के दौरान रुपया 69.86 प्रति डॉलर के भाव पर पहुंच गया, जो कि अब तक न्यूनतम स्तर है। देश के शेयर बाजारों में सोमवार को 224 अंकों की गिरावट के साथ बाजार बंद हुए। जहां सेंसेक्स 37,645 के स्तर पर वहीं निफ्टी 74 अंक टूटकर 11,356 के स्तर पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 176.04 अंकों की गिरावट के साथ 37,693.19 पर खुला और 224.33 अंकों या 0.59 फीसदी गिरावट के साथ 37,644.90 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 37,799.54 के ऊपरी स्तर और 37,559.26 के निचले स्तर को छुआ।
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बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 113.00 अंकों की गिरावट के साथ 16,097.78 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 130.35 अंकों की गिरावट के साथ 16,653.85 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 59.9 अंकों की गिरावट के साथ 11,369.60 पर खुला और 73.75 अंकों या 0.65 फीसदी गिरावट के साथ 11,355.75 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 11,406.30 के ऊपरी और 11,340.30 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के 19 में से पांच सेक्टरों में तेजी रही, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी (1.24 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.77 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.55 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.16 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (0.06 फीसदी) शामिल रहे।
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बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे - तेल और गैस (1.93 फीसदी), ऊर्जा (1.70 फीसदी), वित्त (1.33 फीसदी), बैंकिंग (1.20 फीसदी) और आधारभूत सामग्री (1.12 फीसदी)।
(IANS इनपुटस के साथ)
Source : News Nation Bureau