हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयर में लगातार गिरावट दर्ज किया जा रहा है. शेयरों के लगातार गिरने की वजह से अडानी की संपत्ति अब आधी हो चूकी है. इस बीच कंपनी ने 800 करोड़ से अधिक का मुनाफा कमाया है. अब कंपनी ने अपने शेयरधारकों के विश्वास को बढाने के लिए एक बड़ा बयान दिया है. कंपनी के चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर ने एक बयान में कहा है कि ग्रुप के पास पर्याप्त पैसा है और कंपनी की बैलेंस शीट भी काफी मजबूत है. शेयरधारकों के पैसे पूरी तरह से सुरक्षित है.
कंपनी के सीएफओ ने कहा कि अडानी ग्रुप के सारे प्रोजेक्ट समय पर चल रहे है और भारत में ही नहीं विश्व में इसका नाम और विश्वास है. कंपनी लगातार लाभ का निर्माण कर रही है. कंपनी ने पिछले तीमाही में 820 करोड़ से अधिक का लाभ कमाया है. आगे बयान देते हुए कहा है कि यह दिखाता है कि हम शेयरधारकों के विश्वास पर हमेशा रहे है और हमारा विजन लांग टर्म के लिए है. इसके बाद कंपनी के शेयर के दाम में कुछ उछाल देखने को मिल रहा है. कंपनी के शेयर ग्रीन सिग्नल के साथ बंद हुए.
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24 जनवरी 2023 को अमेरिका कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट दर्ज की गयी है जिसकी वजह से अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति में भारी गिरावट दर्ज किया गया है. पिछले साल सितंबर में अडानी की संपत्ति 141 अरब डॉलर तक पहुंच गई थी वहीं ब्लूमबर्ग के ताजा आकंड़े के मुताबिक उसकी सम्पत्ति महज 58 अरब डॉलर ही रह गया है. वहीं कंपनी ने 20 हजार करोड़ के एफपीओं को वापस लेने का फैसला किया है जिसके बाद वो निवेशकों के 20 हजार करोड़ वापस करेगी. कंपनी ने हिंडेनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात की है जिसके लिए कंपनी ने अमेरिकी लॉ फर्म को हायर किया है.
HIGHLIGHTS
- अडानी ग्रुप ने बयान जारी किया
- कंपनी की बैलेंस शीट काफी मजबूत
- कंपनी ने Q3 में 820 करोड़ का मुनाफा किया