जापान के कारोबारी मासायोशी सन का भारतीय वेंचर सॉफ्टबैंक आइडिया-वोडाफोन मर्जर में निवेशक नहीं बनेगा। जापान बेस्ड सॉफ्टबैंक ने मीडिया में चल रही उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि सॉफ्टबैंक, वोडाफोन और आइडिया के विलय से बनने वाली कंपनी में निवेश कर सकता है।
कंपनी की प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है कि, 'हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि भारत में वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर के विलय में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर हमारी कोई भूमिका नहीं है।' कंपनी ने कहा कि, 'हम साफ करना चाहते हैं कि इस बारे में हमने कोई चर्चा नहीं की है। इस बारे में आईं सभी रिपोर्ट्स आधारहीन और अवांछित हैं।'
इससे पहले मीडिया में ऐसी ख़बरें आ रही थी कि मासायोशी सन का सॉफ्टबैंक, आइडिया-वोडाफोन के मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी में नया निवेशक बन सकता है।
रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि हालांकि बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है, लेकिन संभव है कि नई कंपनी में जापान का सॉफ्टबैंक 15-20 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदे।
अब सॉफ्टबैंक ने इस मामले पर स्थिति साफ करते हुए बयान दिया है कि कंपनी वोडा-आइडिया मर्जर के तह्त बनने वाली नई कंपनी में निवेशक बनने की योजना नहीं बना रही है।
कारोबार जगत से जुड़ी और ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau