प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा 16 जनवरी 2016 को शुरू की गई स्टार्टअप इंडिया (Startup India) योजना से स्टार्टअप सेक्टर को खूब बढ़ावा मिला है. यही नहीं इसके जरिए लाखों लोगों को रोजगार भी मिला हुआ है. गौरतलब है कि मोदी सरकार की इस योजना से आईटी के क्षेत्र में काम करने वाली बहुत से कंपनियों को फायदा मिला है. बता दें कि स्टार्टअप इंडिया का उद्देश्य स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना और भारत में इन्नोवेशन और उद्यमिता के लिए एक मजबूत और समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है. उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार (DPIIT) स्टार्टअप पहल के लिए नोडल विभाग के रूप में कार्य करता है. जानकारी के मुताबिक 3 जून 2021 तक, डीपीआईआईटी द्वारा 50,000 स्टार्टअप को मान्यता दी गई है, जिनमें से 19,896 स्टार्टअप को 1 अप्रैल, 2020 के बाद मान्यता मिली है.
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मौजूदा समय में देश में करीब 53 हजार स्टार्टअप
मोदी सरकार ने बुधवार को संसद को जानकारी दी है कि मौजूदा समय में देश में करीब 53 हजार स्टार्टअप हैं और उन्होंने 5.7 लाख से अधिक नौकरियां पैदा की हैं. महाराष्ट्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज कोटक ने सरकार से पूछा था कि पिछले तीन साल में स्टार्टअप्स द्वारा कितने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन किया गया है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने अपने जवाब में कहा था कि 14 जुलाई 2021 तक उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा 52,391 संस्थाओं को स्टार्टअप के रूप में मान्यता दी गई है.
उन्होंने कहा कि सरकार स्टार्टअप्स के लिए व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने, विभिन्न सुधारों को क्रियान्वित करने में प्रौद्योगिकी की अधिक भूमिका, हितधारकों की क्षमता निर्माण और एक डिजिटल आत्मानिर्भर भारत को सक्षम करने के लिए कार्रवाई योग्य योजनाओं पर काम कर रही है. बता दें कि स्टार्टअप इंडिया योजना के शुभारंभ के साथ, मान्यता प्राप्त स्टार्टअप का विस्तार अब 623 जिलों तक हो गया हैं. इस समय प्रत्येक राज्य और संघ राज्य क्षेत्र में कम से कम एक स्टार्टअप है. 30 राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों ने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए विशिष्ट स्टार्टअप नीतियों की घोषणा की है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात में स्टार्टअप्स की संख्या सबसे ज्यादा है.
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सबसे खास बात यह है कि पिछले 10,000 स्टार्टअप को जोड़ने में केवल 180 दिन लगे, जबकि योजना जब शुरू हुई थी. उस वक्त 808 दिन में 10,000 स्टार्टअप जुड़ पाए थे. योजना के पहले वर्ष 2016-2017 में 743 स्टार्टअप्स को मान्यता दी गई थी. वहीं वर्ष 2020-2021 में अकेले 16,000 से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता प्राप्त हुई है जो कि स्टार्टअप की तेजी को दर्शाता है. वर्ष 2020-2021 की अवधि में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप द्वारा लगभग 1.7 लाख नौकरियां पैदा हुई थीं.
HIGHLIGHTS
- 3 जून 2021 तक, डीपीआईआईटी द्वारा 50,000 स्टार्टअप को मान्यता दी गई
- मौजूदा समय में करीब 53 हजार स्टार्टअप ने 5.7 लाख से अधिक नौकरियां पैदा कीं