चुनावी नतीजों (Election Result) वाले दिन शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई. शेयर बाजार (Stock Market) में ऐसी सुनामी कोरोना काल में आई थी. उसमें बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) 6000 अंकों का गोता लगा रहा है. तो एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) 1900 अंक से नीचे गिर गया. कोरोना काल (Corona Pandemic) के बाद अब तक की ये सबसे बड़ी गिरावट बताई जा रही है. एग्जिट पोल में भाजपा की बंपर जीत दिखाई गई थी. इसके बाद सभी शेयर आसमान छू रहे थे. मगर अगले ही दिन शेयर मार्केट ढह गई. इसके चार प्रमुख कारण हैं. आइए जानने की कोशिश करते हैं.
सबसे पहले जानने का प्रयास करते है कि शेयर बाजार में क्या हुआ. मंगलवार को बाजार खुलते ही गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया. बीएसई का सेंसेक्स 1700 अंक टूटकर फिर खुला. दोपहर 12.20 बजे तक ये 6094 अंक की गिरावट लेने हुए 70,374 के स्तर पर आ गया. वहीं निफ्टी इंडेक्स करीब 1947 अंक की भारी गिरावट के साथ फिसल 21,316 के लेवल पर पहुंचा. आपको बता दें कि सोमवार को सेंसेक्स 2500 अंक और निफ्टी 733 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ. बाद में रिकवरी के हालात भी दिखाई दिए. दोपहर 1.43 बजे पर बाजार में आई गिरावट कम होकर 4000 अंक से नीचे तक पहुंच गई. निफ्टी में भी गिरावट कम होकर 1200 अंकों तक रही.
Corona के बाद सबसे बड़ी गिरावट
गिरावट के चलते निवेशकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा. Stock Market में आई इस गिरावट को कोरोना महामारी के दौरान आई गिरावट से जोड़ा जा रहा है. उस वक्त सेंसेक्स करीब 6 फीसदी के करीब टूटा. मंगलवार को Sensex 7.97 में फीसदी तक है. वहीं NIFTY 50 में 8.37 फीसदी तक की गिरावट देखी गई.
पहला कारण- एग्जिट पोल के अनुमान के अनुसार, हकीकत में ऐसे परिणाम नहीं सामने आए. दरअसल, Exit Poll में पीएम मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार (NDA Govt) को 361-401 सीटें मिलने का अनुमान था. अभी तक एनडीए 295 सीटों पर जीत दिखाई दे रही है. ऐसे में एग्जिट पोल के अनुमान सामने आने के बाद बाजार में तेजी आई, वहीं रिजल्ट वाले दिन सुनामी में बदल गई.
भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं
भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हो सका. एक ओर एग्जिट पोल में जहां भाजपा को पूर्ण बहुमत दिखा रहे थे. वहीं नतीजों में ऐसा नहीं दिखाई दिया. खबर लिखे जाने तक भाजपा को 239 सीटें मिलीं. वहीं इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं. इस देखकर निवेशकों ने अपना पैसा बाजार से निकाल लिया.
विदेशी निवेशकों ने दिखाई बेरुखी
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशों की बेरुखी लगातार देखने को मिल रही है. ये बढ़ती जा रही है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई में भारतीय शेयर बाजार से 25,586 करोड़ रुपये की निकासी की है. ये आंकड़ा बीते माह यानी अप्रैल 2024 में 8700 करोड़ रुपये तक था.
अनुमान हकीकत में नहीं बदला
एग्जिट पोल के अनुमान, हकीकत में तब्दील नहीं हुआ और भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. इस कारण शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने वाले निवेशकों पर विपरीत असर दिखाई दिया. शेयर मार्केट मंगलवार को जोरदार बिकवाली दिखाई दी. Reliance से लेकर Tata तक, Adani और SBI के शेयर में भारी गिरावट आई. ये 18 से 23 फीसदी तक की बड़ी गिरावट है.
Source :News Nation Bureau