टाटा पावर (Tata Power) ने सोमवार को बताया कि उसे गुजरात ऊर्जा विकास निगम लि. से धोलेरा सौर विद्युत पार्क में 250 मेगावॉट क्षमता की एक सौर परियोजना का ठेका मिला है. कंपनी की अनुषंगी इकाई टीपीआरईएल (Tata Power Renewable Energy Ltd) यह परियोजना स्थापित और परिचालित करेगी. यह कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में काम करती है. इससे पहले इसे गुजरात ऊर्जा विकास निगम से मई में रघनेसदा सौर ऊर्जा पार्क की 100 मेगावॉट की परियोजना मिली थी.
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टाटा पावर ने वक्तव्य में कहा कि उसकी अनुषंगी को धोलेरा परियोजना का पत्र 25 जुलाई को मिला. इस परियोजना की बिजली की बिक्री 25 साल तक गुजरात ऊर्जा विकास निगम को की जाएगी. इसके लिए दोनों पक्ष विद्युत क्रय समझौते (पीपीए) के अनुसार कार्य करेंगे. इस परियोजना की निविदा जनवरी में जारी की गयी थी. पीपीए अनुबंध होने के बाद इसे 15 माह में चालू करने का लक्ष्य है. इस अनुबंध के साथ टीपीआरईएल के पास जगह जगह कुल 650 मेगावॉट की परियेाजनाएं निर्माणाधीन होंगी.
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जेआरडी टाटा (JRD Tata) ने 5 दशक में 95 से ज्यादा कंपनी खड़ी करने का बनाया था कीर्तिमान
एक ओर जहां टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर को गुजरात में सौर परियोजना के लिए ठेका मिला है. वहीं आज टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन जेआरडी टाटा का जन्मदिन है. बता दें कि भारत के आर्थिक विकास की गाथा जब भी लिखी जाएगी उसमें भारत रत्न जेआरडी टाटा-JRD Tata (जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा) का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. जेआरडी टाटा का जन्म 29 जुलाई 1904 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था.
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जेआरडी की शुरुआती शिक्षा पेरिस में ही हुई. हालांकि शुरुआत में जेआरडी टाटा फ्रांस की सेना में भर्ती हो गए. पिता को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने उन्हें तुरंत स्वदेश वापस बुला लिया. 1924 में जेआरडी सेना की नौकरी छोड़कर भारत आ गए. जेआरडी टाटा ने पारिवारिक कारोबार में शामिल होकर टाटा समूह (Tata Group) को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया.