ऑल टाइम हाई 71,913 के लेवल पर पहुंचा शेयर बाजार में बुधवार को ऐसी उथल पुथल मची कि बाजार धड़ाम से गिर गया. कुछ ही घंटे के अंतराल में शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई. वैसे तो शेयर बाजार में गिरावट के कई कारण होते हैं, लेकिन मौटे तौर पर और सीधा-सीधा अगर कहा जाए तो अभी मुख्य वजह कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी मानी जा रही है. दो साल बाद जिस तरह से कोरोना के दैनिक मामले सामने आने लगे हैं. वह वाकई चौंकाने वाले हैं. एक दिन में 610 नए कोविड-19 मामलों ने शेयर बाजार को ऐसा डराया कि मार्केट अर्श से फर्श पर पहुंच गया. विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से बड़ी मात्रा में रकम निकाल ली, जिससे बाजार में बुधवार को निवेशकों के 9.1 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. आइए समझते हैं शेयर बाजार में गिरावट की पांच बड़े कारण.
- एक दिन में कोरोना के नए मामले 600 से ज्यादा आए
- विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से करीब 600 रुपये निकाल गए
- बैंक, ऑटो और मेटल सेक्टर में भारी गिरावट दर्ज की गई
- बाजार में मुनाफावसूली भी एक बड़ा कारण रहा.
29 शेयर लाल निशान में बंद हुए
भारतीय शेयर बाजार में बुधवार (20 दिसंबर) को भारी गिरावट दर्ज की. कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते सेंसेक्स 931 अंक लुढ़क गया. कारोबार के अंत में BSE का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स 930.88 अंक यानी 1.30 फीसदी की गिरावट के साथ 70,506.31 अंक पर बंद हुआ. इतना ही नहीं कई सालों बाद यह पहला मौका था जब बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयर वाले सूचकांक में 29 शेयर लाल निशान में बंद हुए. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों वाला सूचकांक, निफ्टी 346.70 अंक 1.62 फीसदी फिसलकर 21,106.40 के लेवल पर बंद हुआ. शेयरों में भारी गिरावट से बाजार में कोहराम मच गया.
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निवेशकों को 9.32 लाख करोड़ रुपये डूबे
शेयर बाजार में आए कोहराम से निवेशकों को 9.32 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बीएसई का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 19 दिसंबर को घटकर 349.79 लाख करोड़ रुपये आ गया. जो मंगलवार को 359.11 करोड़ रुपये था. यानी करीब 2 लाख करोड़ रुपये लुढ़क गए. इस तरह बीएसई में लिस्टेड कंपनियों के निवेशकों की 9.32 लाख करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई
Source : News Nation Bureau