नीलामी के लिए तय की गई बोली में 15 फीसदी की कटौती किए जाने के बाद भी बैंकों को किंगफिशर हाउस का कोई खरीदार नहीं मिला है। शराब कारोबारी विजय माल्या के किंगफिशर हाउस को नीलाम किए जाने की तीसरी कोशिश में बैंकों को निराशा हाथ लगी है।
माल्या पर देश के कई बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। माल्या बैंकों का कर्ज लेकर देश से फरार हो चुके हैं। कर्ज वसूली के लिए बैंकों ने किंगफिशर हाउस को इससे पहले भी दो बार नीलाम करने की कोशिश की थी लेकिन उसे कोई खरीदार नहीं मिला।
किंगफिशर हाउस मुंबई के डोमेस्टिक एयरपोर्ट के पास 17,000 वर्ग फुट पर बना हुआ है। एसबीआई के नेतृत्व में 17 बैंकों के समूह ने आज किंगफिशर हाउस को नीलाम किए जाने की कोशिश की लेकिन किसी खरीदार ने इसके लिए बोली नहीं लगाई।
बैंकों ने किंगफिशर हाउस के लिए शुरुआती बोली 115 करोड़ रुपये तय की है जो अगस्त में की गई नीलामी की बोली से 23 फीसदी कम है। अगस्त में किंगफिशर हाउस की नीलामी के लिए शुरुआती बोली 135 करोड़ रुपये तय की गई थी जो पहली बार तय किए गए बोली की कीमत से 10 फीसदी कम थी। सबसे पहले किंगफिशर हाउस की नीलामी की शुरुआती बोली 150 करोड़ रुपये रखी गई थी।
HIGHLIGHTS
- बैंकों को तीसरी बार भी किंगफिशर हाउस का कोई खरीदार नहीं मिला है
- शराब कारोबारी विजय माल्या पर देश के विभिन्न बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये बकाया है
Source : News Nation Bureau