फेक कॉल्स और मैसेज से हर कोई परेशान है. इससे बचने को लेकर सरकार की ओर से नए कदम उठाए जा रहे हैं. TRAI ने इस तरह के यूजर्स को लेकर फैसल लिया है. इसकी सहायता से फेक कॉल्स पर लगाम लग सकेगी. TRAI ने इस पर तुरंत फैसला लिया है. इसके साथ ही टेलीकॉम ऑपरेटर्स को इस निर्णय को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया गया है. आज हम आपको इस बारे में बताने का प्रयास करेंगे. यूजर्स को एक नवंबर से कॉलिंग में बदलाव देखने को मिलेगा.
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Spam Calls से निपटने के लिए बनाई योजना
90 प्रतिशत यूजर्स बातचीत के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं. इसका उपयोग कुछ यूजर्स गलत कामों के लिए करते हैं. फेक कॉल्स और मैसेज की सहायता से स्कैमर्स आम जनता के अकाउंट में सेंध लगा रहे हैं. इस पर काबू पाने को लेकर नए फैसले लिए जा रहे हैं. TRAI टेलीकॉम नियमों में बदलाव कर चुका है. नए नियम अगले माह से लागू हो जाएगा. ट्राई की ओर से सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को फेक और स्पैम कॉल्स के लिए सूचित कर दिया गया है.
नए नियम क्या होंगे
मैसेज ट्रैसेबिलिटी को 1 नवंबर से लागू कर दिया जाएगा. इसमें फोन पर आने वाले मैसेज की जांच होगी. फेक कॉल्स और स्पैम को रोकने को लेकर कुछ कीवर्ड्स की पहचान की जानी होगी. अगर ये स्पैम मैसेज होगा तो उसे तुरंत ब्लाक कर दिया जाएगा. इसकी शिकायत आम उपभोक्ता भी कर पाएगा. इसे ब्लाक करना भी आसान होगा. यूजर्स की सुरक्षा को लेकर तेजी से निर्णय लिए जा रहे हैं. TRAI की ओर से टेलीकॉम कंपनियां तुरंत इस मॉडल पर काम कर रही हैं. ऐसे में यूजर्स के लिए टेलीकॉम काे यूज करना सुरक्षित होने वाला है.