बिक गया Horlicks, 32 हजार करोड़ रुपये में हुई डील

देश में घटे एक बड़े घटनाक्रम में आज कंज्यूमर गुड्स मार्केट की सबसे बड़ी डील हुई. इसके तहत बहुराष्‍ट्रीय कंज्यूमर गुड्स कंपनी यूनिलीवर ने जीएसके कंज्यूमर हैल्थकेयर इंडिया से हॉरलिक्स और अन्य फूड प्रॉडक्ट्स ब्रांड को खरीद लिया है.

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vinay mishra
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बिक गया Horlicks, 32 हजार करोड़ रुपये में हुई डील

unilever to buy horlicks (फाइल फोटो)

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देश में घटे एक बड़े घटनाक्रम में आज कंज्यूमर गुड्स मार्केट की सबसे बड़ी डील हुई. इसके तहत बहुराष्‍ट्रीय कंज्यूमर गुड्स कंपनी यूनिलीवर ने जीएसके कंज्यूमर हैल्थकेयर इंडिया से हॉरलिक्स और अन्य फूड प्रॉडक्ट्स ब्रांड को खरीद लिया है. यूनिलीवर ने बताया कि वह जीएसके कंज्यूमर के साथ विलय करेगी. यह डील 31,700 करोड़ रुपये में होने की जानकारी है. इसके बाद जीएसके के न्यूट्रिशन बिजनस के पूरे ऑपरेशन के साथ-साथ उसके सेंसोडाइन जैसे ओरल केयर ब्रैंड्स और ईनो, क्रॉसीन समेत तमाम ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) का डिस्ट्रीब्यूशन एचयूएल के अधीन आ जाएगा. यह डील 12 महीनों के भीतर पूरी होने की उम्‍मीद है.

ऐसे होगा शेयरों का मर्जर
इक्विटी मर्जर डील के तहत जीएसके कंज्यूमर हैल्थ के एक शेयर के बदले एचयूएल के 4.39 शेयर मिलेंगे. इस डील के तहत भारत और विदेश भी कुछ संपत्तियों का अधिग्रहण किया जाएगा. यूनिलीवर ने इसके साथ ही जीएसके बांग्लादेश में भी 82 फीसद हिस्सेदारी का अधिग्रहण किए जाने की घोषणा की है. इसके अलावा वह एशिया के 20 बाजारों में जीएसके के कमर्शियल ऑपरेशन में भी हिस्सेदारी खरीदेगी.

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प्रथम विश्वयुद्ध में भारत आई थी कंपनी
गौरतलब है कि हॉर्लिक्स प्रथम विश्वयुद्ध (1914-18) की समाप्ति के बाद ब्रिटिश आर्मी के साथ भारत आया था. ब्रिटिश इंडियन आर्मी के सैनिक इसे डायट सप्लीमेंट के तौर पर लिया करते थे. उसके बाद इस ब्रैंड की मार्केटिंग समृद्ध भारतीय परिवारों के पेय पदार्थ के रूप में किया गया और फिर इसे बच्चों के लिए जरूरी पोषण के तौर पर पेश किया जाने लगा.

Source : PTI

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