वीडियोकॉन ग्रुप पर बैंकों और दूसरे कर्जदाताओं के 90,000 करोड़ रुपये का बकाया हैं. भारतीय बैंकिंग के इतिहास में यह कॉर्पोरेट बैंकरप्सी (दिवालिया) का सबसे बड़ा मामला होने जा रहा है. एक न्यूज एजेंसी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ग्रुप की 2 कंपनियों Videocon Industries (VIL) और Videocon Telecommunication (VTL) पर बैंकों के 86125.68 करोड़ रुपये बकाया है. SBI का VIL पर 11,175 करोड़ रुपये और VTL पर 4,605 करोड़ रुपये का बकाया हैं.
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एजेंसी के मुताबिक 731 ऑपरेशनल क्रेडिटर्स (सप्लायर्स) की बकाया राशि अलग है. VIL पर ऑपरेशनल क्रेडिटर्स के 3,111.80 करोड़ रुपये और VTL पर 1,267 करोड़ रुपये बकाया है. वीडियोकॉन द्वारा लोन चुकाने में डिफॉल्ट करने पर पिछले साल SBI ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दिवालिया प्रक्रिया शुरू करवाई थी. इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के सामने मामला जाने के बाद यद देश के बैंकिंग के इतिहास में अबतक का सबसे बड़ा दिवालिया होने का मामला बनने वाला है. वीडियोकॉन के दिवालिया होने का काफी बड़ा असर कॉर्पोरेट और बैंकिंग सेक्टर पर पड़ने वाला है. 2018 में SBI के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में मामले को ले जाने के बाद कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर सस्पेंड कर दिए गए थे. साथ ही कंपनी के रोज के कामकाज की देखरेख के लिए Resolution Professional (RP) नियुक्त किए गए थे.
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VIL का दूसरा बड़ा कर्जदाता बैंक आईडीबीआई (IDBI) है, उसके 9,561.67 करोड़ रुपये बकाया है. VTL का दूसरा बड़ा कर्जदाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया है. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के VIL पर 3,318.08 करोड़ रुपये और VTL पर 1,439 करोड़ रुपये का बकाया है. गौरतलब है कि वीडियोकॉन को लोन डिफॉल्ट के मामले में सीबीआई ने इस साल जनवरी में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
Source : News Nation Bureau